नई दिल्ली । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को केन्द्रीय पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में गृहमंत्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए मिशन कर्मयोगी के अंतर्गत एक होलिस्टिक अप्रोच के तहत कॉंस्टेबल, एसआई और डीएसपी स्तर तक के पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। सभी पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण का 60 प्रतिशत सबके लिए समान होना चाहिए, जबकि 40 प्रतिशत ट्रेनिंग बल-आधारित होनी चाहिए, इससे हम अपनी प्रशिक्षण क्षमताओं का सर्वोत्तम उपयोग कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों में देशभक्ति की भावना, फ़िटनेस, अनुशासन, संवेदनशीलता और स्वयं को समर्पित करने का जज़्बा पैदा करने की ज़रूरत है। पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण में समय के साथ बदलाव बेहद ज़रूरी, प्रशिक्षण में सख़्ती और संवेदनशीलता पर ज़ोर देना चाहिए। आज के युग में तकनीक का उपयोग समय की जरुरत है लेकिन साथ ही हमें बेसिक पुलिसिंग पर भी बल देना चाहिए और उसे प्रैक्टिस में लाना चाहिए।
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