गरियाबंद । कलेक्टर प्रभात मलिक ने आज राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में राजस्व प्रकरणों की अनुविभाग एवं तहसीलवार समीक्षा की। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि राजस्व न्यायालय में तत्काल निर्यण हो, सुनिश्चित किया जाये। राजस्व प्रकरण लंबित न रखे। अधिकारी अपनी जिम्मेदारी भलि-भांति निर्वहन करें। राजस्व संहिता की धारा और नियम राजस्व अधिकारी को मौखिक मालूम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर कार्य के लिए अधिकारी कार्यालयीन व्यवस्था भी सुव्यवस्थित रखना सुनिश्चित करें। बैठक में राजस्व से संबंधित अपील, पुनरीक्षण, डायवर्सन, बंदोबस्त त्रुटि सुधार, विवादित नामांतरण,अविवादित नामांतरण, अभिलेख सुधार, विवादित-अविवादित खाता विभाजन, आबादी सर्वे निपटारा, अतिक्रमण, भू-अर्जन, धारा 170(ख), आबादी पट्टा वितरण, भूमि अर्जन, भूमि आबंटन, जवाब दावा सहित अन्य राजस्व प्रकरणों की गहन समीक्षा की गई। कलेक्टर ने समय-सीमा के प्रकरणों को शीघ्र निराकृत करने के निर्देश दिये। उन्होंने पंचायत राज अधिनियम वसूली प्रकरण और राजस्व वसूली प्रकरण पर विशेष ध्यान देने अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में अपर कलेक्टर जे.आर. चौरसिया, संयुक्त कलेक्टर ऋषा ठाकुर, एस.डी.एम सर्वश्री विश्वदीप यादव, अविनाश भोई, टी.आर देवांगन और हितेश पिस्दा तथा डिप्टी कलेक्टर पूजा बंसल एवं अर्पिता पाठक सहित सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
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