छात्रा की मौत के बाद तमिलनाडु में भड़की हिंसा, तोड़फोड़ के बाद भीड़ ने 50 से अधिक स्कूल बसों को लगाई आग…

चेन्नई। तमिलनाडु के कल्लाकुरिची में रविवार को कक्षा 12 की एक छात्रा की मौत से गुस्साए लोगों ने चेन्नई-सलेम राजमार्ग पर चक्काजाम कर दिया. इसके बाद हिंसक प्रदर्शनकारियों ने स्कूल में प्रवेश कर 50 से अधिक बसों को आग लगा दी. यही नहीं मौके पर मौजूद पुलिस पर पथराव करने के साथ पुलिस वाहनों में आग लगा दी. वर्तमान में इलाके में काफी तनाव है. 

घटना के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए आश्वस्त किया है कि छात्रा की मौत के मामले में पुलिस जांच के बाद दोषियों को सजा जरूर मिलेगी. मैंने गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को कल्लाकुरिची जाने का आदेश दिया है. वहीं तमिलनाडु के डीजीपी सिलेंद्र बाबू ने बताया कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए लोगों को इजाजत दी थी, लेकिन बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने हिंसा शुरू कर दी. मौके पर 500 पुलिस जवानों को भेजा गया है. स्कूल में हमला करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा, किसी को नहीं बख्शा जाएगा

बता दें कि तमिलनाडु के कल्लाकुरिची के पास चिन्ना सलेम में एक प्राइवेट स्कूल कीं कक्षा 12वीं की छात्रा श्रीमती की लाश सुबह हॉस्टल के चौकीदार ने जमीन पर पड़ा देखा था. उसने स्कूल प्रबंधन को इसकी सूचना दी. इसके बाद स्थानीय पुलिस को खबर देने के साथ लड़की को पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था. लड़की के पास मिले सुसाइड नोट में उसने कथित तौर पर दो टीचरों का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने हर समय पढ़ने के लिए मजबूर करके प्रताड़ित किया. दोनों टीचरों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने लड़की को पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और कड़ी मेहनत करने के लिए कहा, क्योंकि वह बहुत चंचल थी.

इस बीच छात्रा श्रीमती के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि छात्र के नाक, दाहिना कंधा, दाहिना हाथ, पेट और पेट का ऊपरी हिस्सा में चोट के निशान के अलावा फ्रैक्चर और रक्तस्राव हुआ था. बताया जा रहा है कि अधिक खून बहने और कई चोटों के कारण सदमे से छात्र की मौत हो गई. हालांकि, आंतरिक अंगों के रासायनिक विश्लेषण की रिपोर्ट आने के बाद ही छात्र की मौत कैसे हुई? 

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