बेमेतरा 15 जुलाई । कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा में आज शुक्रवार को बी. एस. सी. (कृषि) चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं को रेवे के आयोजन की शुरूवात की गई। इस विषय के अंतर्गत कृषि विषय के चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं करे चुने गए गाँव में जाकर, कृषकों के साथ मिलकर उनसे कृषि क्रियाकलापों को सिखना एवं नई-नई तकनीकों को कृषकों को बताना आयोजित है। इस विषय के अंतर्गत कृषि छात्र-छात्राऐं गांँव में जाकर वहां आगामी 5 महिने तक किसानों से अपने अनुभव, कार्य एवं तकनीक साझा करेंगे। इस कार्य के लिए कृषि महाविद्यालय के समीपस्थ गांव ढोलिया को चुना गया है जिसमें चतुर्थ वर्ष के 54 छात्र-छात्राऐं पूरे सेमेस्टर भर विभिन्न विषयों की तकनीकी कार्य साझा करेंगे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एम. पी. ठाकुर द्वारा की गई, उनके द्वारा छात्र-छात्राओं को रेवे विषय के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिया गया।
उन्होंने बताया कि किस प्रकार कृषि महाविद्यालयों में रेवे और एआईए विषय की शुरूवात की गई। उन्होंने छात्र-छात्राओं को इस विषय के लाभ के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया। कृषि महाविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता डॉ. के. पी. वर्मा द्वारा इस विषय को करके सिखने एवं इस विषय को प्रायोगिक रूप से करने के लाभ बताये गये ताकि विद्यार्थी कृषि क्षेत्र पर कार्य के आधार पर सिखने का अनुभव प्राप्त करें। इस रेवे और एआईए विषय में विभिन्न विषयों जैसे किट एवं बीमारियों का नियंत्रण, कृषण कार्य, कृषकों से तकनीकी प्रसार एवं कृषि संबंधित अन्य विषयों के अंतर्गत कार्य किये जायेंगे। छात्र-छात्राओं को कृषि विज्ञान केन्द्र से जोड़ा गया है जहां वे तकनीकी जानकारी प्राप्त करेंगे एवं कृषि आधारित उद्योग से संबंधित विभिन्न क्षेत्र का भ्रमण भी इस विषय के अंतर्गत कराया जायेगा। इस विषय के प्रभारी डॉ. असित कुमार एवं संजीव मलैया द्वारा छात्र-छात्राओं को रेवे विषय के नियम एवं क्रियाकलापों को विस्तार से बताया गया इस आयोजन में कृषि महाविद्यालय के अन्य शिक्षकगण डॉ. टी.डी. साहू, डॉ. यू.के. धु्रव, डॉ. भारती बघेल, डॉ. प्रीति पैकरा, डॉ. प्रफुल्ल कुमार, डॉ. सरिता शर्मा के साथ अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
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