बेंगलुरु। देश के अलग-अलग राज्यों में मानसून ने अपना कहर बरपाया है। बिहार, असम और कर्नाटक में लगातार बारिश से लाखों लोग प्रभावित है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि एक जून से अब तक बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में राज्य में कुल 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश जारी है। मुख्यमंत्री ने बारिश से प्रभावित 13 जिलों के जिला प्रभारी मंत्रियों और उपायुक्तों की बैठक की अध्यक्षता कर वहां की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की।
बोम्मई के मुताबिक राज्य के विभिन्न स्थानों पर अगले तीन से चार दिनों तक बारिश जारी रहेगी। उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित इलाकों में आवश्यक एहतियाती कदम उठाने और तुरंत राहत और बचाव अभियान चलाने का भी निर्देश दिया। पड़ोसी राज्यों में भारी बारिश की रिपोर्ट के बाद, महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों के अधिकारियों को बांधों से पानी छोड़ने के संबंध में महाराष्ट्र और अन्य राज्यों के अपने समकक्षों के साथ संपर्क बनाए रखने के लिए कहा गया है।
बोम्मई ने कहा, ”पिछले तीन से चार दिनों के दौरान राज्य के तटीय, मलनाड और आंतरिक क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश हो रही है, जिससे जान-माल का नुकसान हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 13 जिलों और 17 तालुक में भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालात हैं।” उन्होंने कहा, ”पिछले साल भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में और आसपास रहने वाले लोगों को निकालने और भूस्खलन के कारण अवरुद्ध सड़कों को साफ करने के निर्देश जारी किए गए हैं।”
कर्नाटक के तटीय इलाकों और मलनाड क्षेत्र में भारी बारिश होने के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। इसके मद्देनजर बागलकोट और बेलगावी में जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है और सभी एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार राज्य में अब तक बारिश और बाढ़ से कुल 495 लोग प्रभावित हुए हैं। बारिश के कारण फंसे हुए 90 लोगों को बचाया गया है और 90 लोगों को राहत केंद्रों में आश्रय दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त या जलमग्न हो गए हैं, उन्हें तत्काल 10,000 रुपये जारी करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके अलावा जिला पंचायत इंजीनियरों द्वारा घरों को हुए नुकसान की सीमा के बारे में एक दो दिनों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है ताकि उन्हें उचित मुआवजा दिया जा सके।
कर्नाटक के तटीय और मलनाड जिलों जैसे कोडागु, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़ तटीय और मलनाड क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश होने के कारण जान-माल का नुकसान हो रहा है।
बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और कृषि क्षेत्र तथा निचले इलाकों में पानी भर गया है। कोडागु और दक्षिण कन्नड़ जिलों के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की भी सूचना मिली है। एहतियात के तौर पर इनमें से ज्यादातर जिलों में स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
मैसुरु में तैनात राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम को कोडागु में तैनात किया गया है। मंगलुरु में एनडीआरएफ की टीम वहीं रहेगी और आसपास के क्षेत्रों में बचाव कार्यों का ध्यान रखेगी जबकि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को कारवार और उडुपी में तैनात किया गया है।
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