नई दिल्ली। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भारत के पहले राष्ट्रपति की स्मृति में अकादमिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में लोक प्रशासन में डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्मृति पुरस्कार की स्थापना की घोषणा की। श्री सिंह भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए) के चेयरमैन भी हैं। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने राष्ट्रीय राजधानी में आईआईपीए भवन परिसर की आधारशिला भी रखी थी।
आईआईपीए की कार्यकारी परिषद की 320वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने आईआईपीए के महानिदेशक और कर्मचारियों को आईएसओ 9001:2015 प्रमाणन प्राप्त करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार के इस प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों को दर्शाता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संस्थान के पास अगले 25 वर्षों के लिए एक भविष्य पर केंद्रित दृष्टिकोण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे हासिल करने के लिए संस्थान को समान विभागों/ संगठनों/ व्यवस्थाओं और प्रशिक्षण, प्रशासनिक विशेषज्ञता से संबंधित समान कार्यक्षेत्र एवं फोकस वाले संस्थानों के साथ मिलकर काम करने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण की आवश्यकता है। मंत्री ने कहा कि आईआईपीए में क्षमता है और इसे विशेषज्ञों का एक बड़ा पूल और व्यापक गतिविधियों के साथ प्रदर्शन जारी रखने की जरूरत है।
[metaslider id="347522"]