IPS Dipka के बच्चों ने जाना समाज में डॉक्टर्स का महत्व, डॉक्टरों से सीखी स्वस्थ जीवन शैली के उपाय

कोरबा,05 जुलाई (वेदांत समाचार)। आई.पी.एस. दीपका में डॉक्टर्स डे के अवसर पर विशेष रूप से चिकित्सकों को आमंत्रित किया गया था । सर्वप्रथम आई.पी.एस. के विद्यार्थियों ने आगंतुक चिकित्सकों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया तत्पश्चात कर्ण प्रिय स्वागत गीत के द्वारा चिकित्सकों का स्वागत किया । कक्षा सातवीं के बच्चों के द्वारा नो प्लास्टिक थीम पर आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी गई । साथ ही कक्षा पाँचवी के विद्यार्थियों के द्वारा डॉक्टर्स के सम्मान में आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी गई । कार्यक्रम की अगली कड़ी में सभी उपस्थित डॉक्टर्स का मैडल, श्रीफल एवं शॉल से सम्मान किया गया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. संजय अग्रवाल, डॉ. अविनाश तिवारी, डॉ. वी.के. वर्मा, डॉ. यू.पी. सिंह, डॉ. सरफराज खान, डॉ. डी.के. झा, श्री मोहन्ती जी, डॉ. हरि प्रसाद कंवर, डॉ. अरविंद महंत, डॉ. डी.के. झा, डॉ. कमल जायसवाल, डॉ. पी.आर. कुंभकार, डॉ. राजीव सिंह, डॉ. यू.के. सिंह, डॉ. राजीव सिंह, डॉ. अरविंद एवं डॉ. एस.के. पंडा उपस्थित थे । विद्यालय के संस्कृत शिक्षक श्री अमूल्य भोई के द्वारा प्रेरक संस्कृत का वाचन किया गया । साथ ही छात्र रिषभ मिश्रा एवं आराधना सिहाग के द्वारा शिव तांडव संस्कृत श्लोक का वाचन किया गया।

डॉ. राजीव सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि मरीजों को दर्द को दूर करना हमारी पहली प्राथमिकता होती है । जीवन बिना लक्ष्य के अधुरा है । यदि हमें मंजिल पाना है तो कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए । एक अच्छे अभिभावक कभी भी अपने बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से नहीं करते । एक अच्छा अभिभावक अपने बच्चों के खुबियों को उभार कर लगातार उन्हे मोटिवेट करते हैं । डॉ. गुप्ता एक आर्किटेक्ट हैं जो निरंतर विद्यालय को बुलंदियों की ओर ले जा रहे हैं ।

डॉ. डी.के. झा ने कहा कि डॉक्टर की डिग्री से ज्यादा महत्वपूर्ण डॉक्टर के फर्ज को समझना है । हमें मरीजों के दर्द को समझना होगा, हमें निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर अपने फर्ज को निभाना चाहिए ।

श्री मोहन्ती सर ने कहा कि हमें पढ़ाई के साथ-साथ प्रत्येक पाठ्य सहगामी क्रियाओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभाओं को निखारना चाहिए । हमें अपनी रूचियों के अनुसार विषय का चयन कर भविष्य की योजना बनानी चाहिए ।

डॉ. संजय मिश्रा ने कहा कि हमें आने वाले समय के लिए तैयार रहना होगा । कोरोना काल ने मानव सभ्यता को बहुत बड़ा सबक सिखाया है । हमें अपने खान-पान के साथ-साथ अपने पर्यावरण की स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए । डॉक्टर्स का योगदान किसी भी शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता । हमें डॉक्टर्स पर हमेशा विश्वास करना चाहिए ।

आगंतुकों चिकित्सकों ने आईपीएस के विद्यार्थियों को स्वस्थ जीवन शैली के बारे में बताया । चिकित्सकों ने बताया कि यदि हम अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से योग, संतुलित आहार और कसरत को शामिल कर लें तो बेशक हम बीमार नहीं पड़ेंगें । चिकित्सक लोगों के इलाज हेतु निस्वार्थ रूप से सेवा करता है और प्रत्येक मरीज चिकित्सक के लिए महत्वपूर्ण होता है । चिकित्सक कोई भगवान तो नहीं है लेकिन भगवान से कम भी नहीं माना जाता । हमें चिकित्सकों के महत्व को समझना चाहिए ।
प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया । कार्यक्रम का संचालन कुमारी प्रज्ञा शुक्ला ने किया एवं कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन कुमारी रितिका शुक्ला ने प्रस्तुत किया । अतिथियों के द्वारा विद्यालय परिसर में फलदार वृक्षों का रोपण कर पर्यावरण सुरक्षा एवं संरक्षण का भी संदेश दिया गया ।

इंडस के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता जी ने कहा कि डॉक्टरों को अपनी जिम्मेदारियों को महससू करने के अलावा लोगों को भी इसे पहचानना चाहिए और समझना चाहिए कि वे भी एक इंसान हैं बल्कि डॉक्टर लोगों के स्वास्थ्य की भलाई के लिए जो प्रयास करते हैं, उनके इस महान काम के लिए हमें उनकी सराहना करना चाहिए । इस महत्वपूर्ण दिन को मनाने के बहुत सारे कारण हैं । सभी डॉक्टर मानवता की सेवा करने और उन लोगों की जरूरतों को पूरा करने के महान आदर्शों के साथ अपना पेशेवर जीवन शुरू करते हैं, हालांकि कुछ चिकित्सक इस विचारों की दृष्टि पर खरे नहीं उतरते हैं और भ्रष्ट और अनैतिकता का रास्ता अपना लेते हैं ।

इस प्रकार डॉक्टर दिवस पर डॉक्टरों को अपने स्वयं के करियर पर एक बार प्रतिबंधित करने के लिए उन्हे उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराया जाता है जिससे वे उन लोगों की जरूरत के मुताबित इलाज करने के एक नैतिक मार्ग पर खुद को पुनः अनुप्रेषित करते हैं ।

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