बमोरी थाना क्षेत्र के धनोरिया गांव में शनिवार की दोपहर करीब दो बजे खेत पर काम कर रही सहरिया समाज की महिला रामप्यारी (45) को तीन दबंगों ने डीजल डालकर जिंदा जला दिया। जब महिला के शरीर से आग की लपटें उठ रही थीं, तो दबंग वीडियो बना रहे थे। महिला का पति खेत पर पहुंचा, तो दबंग मौके से भाग गए, लेकिन इस घटना के बाद एक भी ग्रामीण मदद के लिए आगे नहीं आया। लगभग 80 फीसद जल चुकी महिला को शाम 5.30 बजे जिला अस्पताल लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद महिला को भोपाल रेफर कर दिया गया। इधर, पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरे की तलाश जारी है।
बमोरी थाना अंतर्गत धनोरिया गांव में रविवार दोपहर 12 बजे रामप्यारी बाई पत्नी अर्जुन सहरिया अपने छह बीघा के खेत में सोयाबीन की फसल बुवाई को लेकर गई थी, तभी हनुमत, श्याम और प्रताप धाकड़ मौके पर पहुंच गए। इस दौरान उनका महिला के साथ वाद-विवाद भी हुआ। सहरिया आदिवासी महिला ने कहा कि यह जमीन तुम लोगों से तहसीलदार ने अतिक्रमण से मुक्त कराकर दो महीने पहले दी थी। इतना सुनते ही तीनों दबंगों ने महिला के ऊपर डीजल डालकर आग लगा दी। वहीं आसपास के खेतों में काम करने वाले लोग भाग खड़े हुए। आग में झुलसी महिला के पति अर्जुन सहरिया का कहना है कि दोपहर दो बजे से 3.30 बजे तक झुलसी महिला मदद के लिए गुहार लगाती रही, लेकिन दबंगों के डर से कोई बचाने आगे नहीं आया। वहीं पुलिस से लेकर राजस्व के अधिकारी भी ढेड़ घंटे देरी से पहुंचे।
तहसीलदार ने दो माह पूर्व दबंगों से जमीन मुक्त कराकर सहरिया परिवार को दी थी
एसडीएम वीरेंद्र बघेल ने बताया कि छह मई 2022 को दबंगों के कब्जे से छह बीघा जमीन मुक्त कराकर अर्जुन पुत्र धनराज सहरिया को कब्जा दिलाया था। इस दौरान तहसीलदार ने छह बीघा खेत में ट्रैक्टर भी चलाया था, तब भी दबंगों ने तहसीलदार के सामने हंगामा किया था। लेकिन पुलिस के पहरे में इनको जमीन उपलब्ध करा दी गई थी। इधर, अर्जुन सहरिया का कहना था कि उसकी गेहूं की फसल भी दबंगों ने काट ली थी, लेकिन पुलिस से लेकर राजस्व विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
धनोरिया गांव में सहरिया रामप्यारी बाई सहरिया को जलाने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपित फरार है, जिसकी तलाश में दबिश दी जा रही हैं।
– पंकज श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक गुना
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