सेवा ही जीवन है : डॉ. वीरेंद्र झा

जिला अस्पताल रायपुर में शुरू की क्लब फुट ऑपरेशन की सेवा
38 वर्षों में 8 हजार से अधिक कर चुके अस्थि के ऑपरेशन

रायपुर । धरती पर डॉक्टर को यूं ही भगवान का रूप नहीं कहा जाता है । इसी बात को चरितार्थ करते हुए डॉक्टर वीरेंद्र कुमार झा ने अब तक 8000 से अधिक अस्थि रोग के ऑपरेशन किये हैं। महारानी अस्पताल जगदलपुर से शुरुआत करते हुए और वर्तमान में जिला अस्पताल पंडरी में क्लब फुट की समस्या से जूझ रहे छोटे बच्चों के ऑपरेशन करके मुड़े हुए पैरों को सही करने का काम कर रहे हैं ।

डॉक्टर झा बताते हैं: ‘‘शुरुआती समय काफी संघर्ष भरा था। पिता की सीमित आय थी। एमबीबीएस की पढाई के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर से इंटर्नशिप करके महारानी अस्पताल जगदलपुर से सेवाओं की शुरुआत की।’’

डॉक्टर झा आगे बताते हैं:“37 वर्ष पूर्व जगदलपुर में स्वास्थ्य सेवाएं इतनी अच्छी नहीं थी तीन सौ किलोमीटर की परिधि में महारानी अस्पताल ही सबसे बड़ा अस्पताल था । आसपास के क्षेत्र में स्वास्थ्य की सुविधाओं की काफी कमी थी । वहां पर अस्थि रोग विभाग में रहते हुए मैंने अपने कार्यकाल में लगभग 7,000 से अधिक अस्थि टूटने के ऑपरेशन किए।“

डॉक्टर झा ने अपना एक संस्मरण याद करते हुए बताया: अस्पताल में एक बार चिंतलनार क्षेत्र से 35 वर्षीय व्यक्ति आया था उसको जंगली सूअरों ने घायल कर दिया था । उस समय उसकी स्थिति काफी गंभीर थी । उसको रायपुर रेफर कर दिया जाए या यहीं उसका इलाज किया जाए।यह निर्णय लेना काफी कठिन था और इलाज जितनी जल्दी होता उतना ही उस मरीज़ के लिए बेहतर था इसलिए मैंने और मेंरी टीम ने निर्णय लिया कि हम इसका ऑपरेशन रायपुर के बजाय जगदलपुर में ही करेंगे । उसके सीधे जांघ की हड्डी को काफ़ी नुकसान पहुंचा था फिर उसका आपरेशन करते हुए मैंने उसमें रॉड डाला और इस प्रकार उसको हमने बचा लिया । उस समय मुझे सबसे ज्यादा खुशी हुई थी ।“

डॉक्टर झा आगे कहते हैं: “धीरे-धीरे अनुभव बढ़ता गया और अब क्लब फुट की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए जिला अस्पताल पंडरी रायपुर में क्लब फुट की शल्यक्रिया की शुरुआत की गई है । ऐसे में मुझे तब बहुत खुशी होती है जब किसी मरीज के मुढ़े हुए पैर सीधे हो जाते है और वह सही से चलने लगता है । डॉक्टरी जीवन का यही असली मतलब होता कि हमने मरीज़ के लिए कुछ किया ।“