रायपुर । ढाका से मस्कट जा रहे बांग्लादेशी एयरलाइंस का विमान रायपुर में इमरजेंसी लैंडिंग के बाद करीब 7 साल से रायपुर एयरपोर्ट पर खड़ा है। तीन एयरपोर्ट डायरेक्टर बदलने के बावजूद अभी तक यह विमान रायपुर से बांग्लादेश के लिए रवाना नहीं हुआ है। विमान की कीमत करीब 180 करोड़ रुपए है। 2 दर्जन से ज्यादा ई-मेल लिखने और विदेश मंत्रालय के दबाव के बाद अब इस विदेशी एयरलाइंस ने केंद्रीय और रायपुर एयरपोर्ट अथॉरिटी को भरोसा दिलाया है कि विमान को बेचकर एयरपोर्ट का पार्किंग समेत दूसरे शुल्क अदा कर दिए जाएंगे। इस विमान को बेचने के लिए जल्द ही ग्लोबल ऑनलाइन टेंडर जारी किया जाएगा।
इसके बाद विमान को जो खरीदेगा वो उसे अपने साथ ले जाएगा। 7 अगस्त 2015 को ढाका से मस्कट जा रहे इस विमान का इंजन फेल हो गया था। इसमें 173 यात्री सवार थे। रायपुर से करीब 90 किलोमीटर दूर बेमेतरा में इंजन का एक हिस्सा आग लगने की वजह से टूटकर खेत में गिर गया था। इमरजेंसी में पायलट ने ATC से संपर्क कर आपातकालीन लैंडिंग की अनुमति मांगी थी। इसके बाद से अब तक विमान रायपुर में ही खड़ा है। विमान का इंजन भी बदला जा चुका है। इसके बावजूद विमान वापस नहीं गया। एयरपोर्ट अथॉरिटी लगातार विमान ले जाने रिमांइडर मेल भेजता रहा, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद केंद्रीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले में हस्तक्षेप किया, तब कंपनी ने बताया कि विमान को बेचकर पार्किंग शुल्क अदा किया जाएगा।
यूनाइटेड एयरवेज कंपनी बांग्लादेश को लीगल नोटिस भेजने के बाद ही कंपनी की ओर से विमान बेचने की जानकारी दी गई है। सात साल में पार्किंग समेत दूसरे चार्ज बढ़कर 2.25 करोड़ से ज्यादा का हो गया है। यह विमान बांग्लादेश की यूनाइटेड एयरवेज का एमडी-83 है।
बाजार में इस नए विमान की कीमत 180 करोड़ से ज्यादा है। इसलिए माना जा रहा है कि पुराना होने की वजह से आधे से अधिक कीमत में कोई न कोई एयरलाइंस कंपनी इस विमान को खरीद लेगी। विमान के बिकने के बाद ही रायपुर एयरपोर्ट को पार्किंग शुल्क मिल सकेगा।
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