बेमेतरा 09 जून (वेदांत समाचार)। जिला स्तरीय बैंकर्स परामर्शदात्री समिति एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति की बैठक आज संयुक्त जिला कार्यालय के दिशा-सभाकक्ष में कलेक्टर श्री विलास भोसकर संदीपान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। कलेक्टर ने बैंकर्स से कहा कि बेमेतरा एक कृषि प्रधान जिला है। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए कृषि उत्पादन के साथ-साथ पशुपालन, कुक्कुट पालन, मछली पालन, एवं उद्यानिकी फसलों के उत्पादन की दिशा में भी कार्य करें और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए प्रयास करें। उन्होने जिले के विभागीय अधिकारियों को हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। जिससे लोगों के जीवन स्तर में बदलाव आ सके।
कलेक्टर ने कहा कि लोन संबधित प्रकरण बैंकों में लंबित है उनका निपटारा जल्द से जल्द करें। लोन स्वीकृत करने के नाम पर बैंकर्स, लोगों का चक्कर न लगवाएं। उन्होंने कहा कि की के.सी.सी. लोन में पशुपालन/मछली पालन को भी बढ़ावा देना है। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, स्टैण्ड अप योजना, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) अंत्यावसायी विभाग की आदि प्रमुख हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ लोगों को देने के निर्देश दिये। जिला पंचायत के सीईओ श्रीमती लीना कमलेश मण्डावी ने कहा कि स्वसहायता समूह द्वारा समूह लोन स्वीकृति के लिए आवेदन दिया है, उस पर शीध्र कार्यवाही करें। लीड बैंक मैनेजर ने कहा कि स्वसहायता समूह का बैंक एकाण्ट खोलने के लिए पैन कार्ड आवश्यक नहीं है। रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया शाखा रायपुर से आए मैनेजर श्री गोपीनाथ ने बैंकर्स से कहा कि सरकार की योजनाओं के तहत आम लोगों द्वारा जो आवेदन प्रस्तुत किया गया है उस पर नियमानुसार स्वीकृति की कार्यवाही शीघ्र करें। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत जिले का लक्ष्य 400 हैं, जिसके विरूद्व अब तक 431 आवेदन प्रस्तुत किए गये हैं। ऋण जमा अनुपात का राष्ट्रीय मापदण्ड 60 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2021-22 की समाप्ति पर 31 मार्च 2022 तक जिले के सभी बैंको का कुल ऋण जाम अनुपात 51.8 प्रतिशत था। एलडीएम ने बताया कि जिले में 72 शाखाएं संचालित है जिसमें सहकारी बैंक के 19, ग्रामीण बैंक के 20 एवं अन्य 33 शाखाएं राष्ट्रीयकृत एवं निजी बैंक की शामिल है। जिसके जरिए ग्राहकों को सेवाएं प्रदान की जा रही है।
जिले में वित्तीय साक्षरता अभियान के तहत लीड बैंक की अगुवाई में समय समय पर गांवों में वित्तीय साक्षरता केन्द्र आयोजित किया जा रहा है जिसमें ग्रामीणों को बैंक जमा खाता, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, सुकन्या समृद्धि योजना, अटल पेंशन योजना, एटीएम, इंटरनेट, बैंकिंग, केशलेस लेनदेन, स्वसहायता समूह के द्वारा बैंक क्रेडिट लिंकेज के पंचसूत्री कार्यक्रम आदि के संबंध में प्रचार-प्रसार किया जा रहा है इसके अलावा इंटरनेट बैंकिंग से संबंधित ऑनलाइन जालसाजी एवं फर्जीकॉल द्वारा ठगी से बचने हेतु जागरुक भी किया जा रहा है।
ग्रामवासियों को चिटफण्ड कंपनियों में पैसा नहीं लगाने हेतु भी समझाईश दी जाती है। अंत में जिलाधीश ने बैंकों को निर्देश दिया कि वे समय-सीमा के भीतर योजनाओं के लक्ष्य को पूर्ण करें। बैठक में जिला कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) दुर्ग के जिला विकास अधिकारी श्री एम.एम. बारा, लीड बैंक ऑफिसर बेमेतरा श्री संतोष आयाम, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के नोडल अधिकारी आर.के.वारे, जिला अंत्याव्यसायी वित्त विकास निगम के प्रवीण कुमार लाटा सहित जिले के बैंकर्स उपस्थित थे।
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