कोरबा,8 जून (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ राज्य अपने जैव विविधता से समृद्ध है, जहां विभिन्न प्रकार के दुर्लभ जीव पाए जाते हैं, ऐसा ही एक खास जीव पूरे मध्य भारत में सर्फ छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पाया जाता हैं, जिसका नाम किंग कोबरा हैं जिसे हिंदी में नाग राज कहा जाता हैं जो विश्व का सब से लंबा विषयला सर्प का प्रजाति हैं, यह सर्प परिस्तिथिक तंत्र में अहम भूमिका निभाता है और इसके कारण पर्यटन में भी मदद मिलता हैं, यह सर्प विशाल काय के कारण वैज्ञानिकों और छात्रों के लिए एक रिसर्च का विषय हैं।
ऐसे में इस खास जीव का संरक्षण एवम संवर्धन कोरबा जिले बहुत आवश्यक हैं।
बीते साल नोवा नेचर वेल्फेयर सोसाइटी और कोरबा रेस्क्यू टीम द्वारा इन पर एक अध्ययन किया गया जिसमे इनके जानकारी और इनकी घटती संख्या के कारणों का पता लगाया गया। और एक विस्तृत रिपोर्ट डी पी आर वन विभाग को दिया गया। इसी कड़ी में टीम द्वारा राज्य के राजस्व मंत्री माननीय जयसिंह अग्रवाल जी को इनके बारे में जानकारी दी गई और किंग कोबरा का स्मृति चिन्ह भेट की गई।
मंत्री जी ने टीम के प्रयासों की काफी सराहना की और इनके संरक्षण के लिए उठाए जा रहे जरूरी कदम के लिए अपना अमूल्य सहयोग एवम आश्वासन प्रदान किए, इस दिशा में मुख्य रूप से नोवा नेचर वेल्फेयर सोसाइटी के अध्यक्ष एम सूरज, सचिव मोइज अहमद, रामा कृष्ण, जितेंद्र सारथी, देवाशीष रॉय उपस्थित रहे।
किंग कोबरा का संरक्षण क्यों हैं जरूरी
१. यह एपेक्स प्रेडेटर है और जैसे जंगलों के लिए बाघ जरूरी है उतना ही जरूरी किंग कोबरा भी हैं।
२. यह सांप प्रायः अन्य सांपों पे निर्भर होते हैं और उनकी संख्या को कंट्रोल करते हैं।
३. इसके विश में कई बीमारियों की दवाई बनाने की संभावना हैं।
४. यह छात्रों, विशेषज्ञों और सामान्य लोगों के लिए रोचक विषय हैं।
५. किंग कोबरा से पर्यटन को बढ़ावा मिल सकता है जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।
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