बिलासपुर। आरपीएफ पोस्ट स्टाफ सर्कुलेटिंग एरिया में गश्त कर रहे थे। इस दौरान पार्सल कार्यालय के पास उन्हें लावारिस बैग मिला। उन्होंने पहले बैग मालिक की आसपास तलाश की, लेकिन कोई नहीं मिला। ऐसी स्थिति में आरपीएफ पोस्ट लाकर खोला गया। अंदर से पुलिसकर्मी के जरुरी दस्तावेज मिले। सामान सुरक्षित मिलने पर आरक्षण के चेहरे में राहत नजर आई। रेलवे सुरक्षा पोस्ट बिलासपुर के उप निरीक्षक कुलदीप सिंह , महिला आरक्षक शिखा साहू बिलासपुर स्टेशन में सर्कुलेटिंग एरिया में गश्त के रहे थे। तभी उन्हें लावारिस पड़ा बैग नजर आया। उसमे पांचवी कक्षा से लेकर स्नातक तक के ओरिजनल मार्कशीट, आधार कार्ड ,वोटर आईडी , पेन कार्ड , ड्राईविंग लाइसेंस , आई कार्ड मिला।
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आई कार्ड को देखने से यह ज्ञात हुआ की बैग एक छत्तीसगढ़ पुलिस में तैनात ज्वाला सिंह राठिया निवासी वार्ड नंबर – 7 धर्मजयगढ़ का था। बैग मे ड्राइविंग लाइसेंस भी था, जिसके आधार पर पुलिसकर्मी का मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। उस नंबर पर काल किया गया, पूछने पर बताया की वह रायपुर पुलिस लाइन में आरक्षक के पद पर कार्यरत है। रायपुर स्टेशन से रायपुर-बिलासपुर मेमू ट्रेन में बिलासपुर के सकरी बटालियन में उप निरीक्षक की भर्ती के लिए आए थे। बिलासपुर स्टेशन सरकुलेटिंग एरिया चौक के पास स्थित सुलभ शौचालय में गया था, वहां काउंटर के पास अपना बैग छोड़कर अंदर गया था।
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बाहर आकर देखा , तब उसका बैग नहीं मिला आसपास बहुत ढूंढने पर भी उसका बैग नहीं मिला। इस पर वह लौट गए। हालांकि जब उन्हें आरपीएफ ने बैग सुरक्षित होने की जानकारी दी तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह तुरंत बिलासपुर पहुंचे और आरपीएफ पोस्ट पहुंचकर अपनी पहचान बताई। इसके बाद उन्हें बैठाया गया और कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें बैग सही सलामत दिया गया। इस दौरान उन्हें बैग की जांच कर सामान सुरक्षित है या नहीं, इसकी जांच करने के लिए कहा गया। सभी जरुरी दस्तावेज सुरक्षित थे।
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