बेमेतरा ।जिले की प्रभारी सचिव रीता शांडिल्य ने आज एक दिवसीय बेमेतरा जिले के प्रवास के दौरान विकासखण्ड साजा के गौठान ग्राम राखी में संचालित केला तना रेशा निर्माण यूनिट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गौठानों को ग्रामीण आजीविका के ठौर (ठिया) के रुप में विकसित करने के लिए सुराजी गांव योजना के तहत हर संभव प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश के हर गौठान को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। गौठान ग्राम राखी में जिला खनिज संस्थान न्यास (डीएमएफ) से केला तना से रेशा निर्माण यूनिट की स्थापना की गई है। जहां महिला स्व सहायता समूह की बहनें केला तना से रेशा निर्माण कर रही हैं, इसका उपयोग कर्टन (पर्दा), टेबल मेट, पेन स्टैण्ड, सजावटी बैग आदि वस्तुएं बनाई जा रही है। उन्होने महिला स्व सहायता समूह को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासो की सराहना की।
तत्पश्चात उन्होने दाल प्रसंस्करण ईकाइ ग्राम महीदही (भैंसामुड़ा) का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होने दाल मिल की क्षमता की जानकारी ली। कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया के कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि दाल उत्पादन के लिए आवश्यक सामग्री सहकारी समिति मर्यादित साजा के किसान उत्पादक संगठन के कृषकों के माध्यम से तिवड़ा, चना, मसूर, अरहर का संग्रहण कर दाल निष्कासन कार्य किया जा रहा है। इस प्रकार दाल प्रसंस्करण के साथ चुनी एवं भूसी भी पशुपालक कृषकों को उचित दर पर प्रदाया किया जा रहा है। प्रभारी सचिव सुश्री शांडिल्य ने दाल मिल में दाल के उत्पादन के पश्चात् कहां-कहां और किस माध्यम से निर्यात किया जा रहा है इसकी जानकारी ली। इस अवसर पर कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान, जिला पंचायत सीईओ लीना मण्डावी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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