धमतरी । मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत आगामी खरीफ मौसम में धान के बदले वृक्षारोपण करने वाले ज़िले के किसानों का चिन्हांकन कर लिया गया है। इस बार कुल 56 एकड़ में धान के बदले फलदार, इमारती वृक्ष लगाए जायेंगे। कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने आज समय सीमा की बैठक के दौरान उप संचालक कृषि मोनेश साहू को निर्देशित किया कि जल्द चिन्हांकित 30 किसानों की भूमि में जो पौधे लगाए जाने हैं, उसकी मांग वन और उद्यानिकी विभाग को भेजा जाए। इसी तरह धान के बदले अन्य फसल लगाने वाले 3388 किसानों का 2532 हेक्टेयर भूमि का चिन्हांकन कर लिया गया है। यहां अन्य वैकल्पिक फसल के तौर पर सुगंधित धान 838.64 हेक्टेयर, फोर्टीफाइड धान 92.50 हेक्टेयर, मक्का 231 हेक्टेयर, कोदो-कुटकी 141.30 हेक्टेयर, रागी 199.20 हेक्टेयर, अरहर 75.65 हेक्टेयर, उड़द 301.41 हेक्टेयर, मूंग 203 हेक्टेयर, कुल्थी .60 हेक्टेयर, तिल 10 हेक्टेयर, मूंगफली .20 हेक्टेयर, अन्य फसल 438.64 हेक्टेयर में लगाया जाना प्रस्तावित है। उप संचालक कृषि ने बताया कि किसानों को इन फसलों के लिए मांग अनुरूप बीज उपलब्ध कराने बीज निगम से व्यवस्था की जा रही है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किए जा रहे ई केवाईसी की 74 प्रतिशत की प्रगति को देखते हुए, कलेक्टर श्री एल्मा ने ऐसे सभी किसान जिनका ई केवाईसी नहीं हो पाया है, उनकी सूची संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इसके जरिए प्रगति लाने की कवायद की जाएगी। बैठक में कलेक्टर ने खाद, बीज भंडारण और विक्रय की प्रगति की जानकारी भी ली। बताया गया कि बीज भंडारण के 37 हजार 360 क्विंटल के लक्ष्य के विरुद्ध 37.47 प्रतिशत याने 13997.88 क्विंटल का भंडारण, और 35.27 प्रतिशत, (4937 क्विंटल) वितरण कर लिया गया है। बैठक में खरीफ 2022 के लिए उर्वरक भण्डारण एवं वितरण की जानकारी देते हुए बताया गया है कि जिले में 72 हजार 600 मीट्रिक टन के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 20202.05 मीट्रिक टन उर्वरक याने 27.83 प्रतिशत का भण्डारण कर लिया गया है। इसमें से दस हजार 555 मीट्रिक टन, 52.25 प्रतिशत उर्वरक किसानों को वितरित किया गया है।
शासकीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर बनाए रखने पर कलेक्टर ने आज विशेष तौर पर जोर दिया। उन्होंने इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी को कार्ययोजना बनाकर सही तरीके से मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शिक्षा के अधिकार के तहत जिन बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश दिलाया गया है, उन बच्चों की स्कूल में नियमित उपस्थिति और शिक्षा की स्थिति की समीक्षा करते रहने के कड़े निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। इसी तरह शासन की महती ’कृष्ण कुंज योजना’ के तहत सभी नगरीय निकायों में आगामी मानसून में एक-एक एकड़ राजस्व भूमि में पौधरोपण किया जाना है। कलेक्टर श्री एल्मा ने आज की बैठक में सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और नगरीय निकायों के मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को निर्देशित किया कि भूमि चिन्हांकित कर जल्द से जल्द वनमण्डलाधिकारी को नक्शा/खसरा की नकल उपलब्ध कराएं।
बैठक में कलेक्टर ने तहसीलवार आयोजित किए जा रहे राजस्व शिविरों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने इन शिविरों में राजस्व के अलावा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, कृषि, पशु चिकित्सा सेवा, श्रम, विद्युत विभाग के मैदानी अमले को उपस्थित रहकर ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। ज्ञात हो कि आगामी 24 जून तक तहसीलवार यह शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। आज की बैठक में कलेक्टर ने समय सीमा के विभागों में लंबित प्रकरणों की भी समीक्षा की और अधिकारियों को पूरी संवेदना तथा गुणवत्ता के साथ प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ज़िला पंचायत प्रियंका महोबिया, एडीएम ऋषिकेश तिवारी, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और ज़िला स्तरीय अधिकारी तथा स्वान की वीसी के जरिए ब्लॉक स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।
[metaslider id="347522"]