जगदलपुर I छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के एक गांव में अपनी मां को मार कर खुद सुसाइड करने वाले व्यवसायी के पिता की मौत के बाद से दिमागी स्थित ठीक नहीं थी। वारदात के 15 दिन पहले उसने परिवार वालों से कहा था मां, भाई और बहन आप तीनों भी तैयार हो जाओ, पापा हमें बुला रहे हैं। हमें उनके पास जाना है। व्यवसायी की इन हरकतों को लेकर परिजन थोड़ा परेशान भी थे। वहीं मौका पाकर शनिवार-रविवार की देर रात सोए हुए परिवार के सदस्यों पर व्यवसायी ने हमला कर दिया था। वारदात की जांच के बाद यह तथ्य सामने आए हैं। मामला कोड़ेनार थाना क्षेत्र का है।
तोकापाल ब्लॉक के आरापुर के रहने वाले सुरेंद्र कच्छ के पिता की 3 साल पहले मौत हो गई थी। साथ ही व्यापार में करीब 10 लाख रुपए का घाटा हो गया था। जिससे सुरेंद्र को बड़ा झटका लगा और वह दिमागी रूप से बीमार होने लग गया था। जिस रात उसने वारदात को अंजाम दिया था उसी रात अपने चाचा के नाम सुसाइड नोट लिखा था। सुरेंद्र ने अपने चाचा से कहा था कि बालसमुंद चाचा हमें माफ करना, हम पापा के पास जा रहे हैं। मैंने 3 लाख और 7 समेत कुछ और चेक में साइन कर दिया है ये आप के काम आएंगे। मैं ऐसा नहीं करना चाहता था, लेकिन मेरे पास कोई और रास्ता नहीं था।
भाई-बहन को किया गया रायपुर रेफर
इस खूनी संघर्ष में सुरेंद्र ने किसी नोकीले हथियार से अपनी मां राधिका, बहन सरिता और भाई कृष्णा पर हमला किया था। मां की तो मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि भाई-बहन गंभीर रुप से घायल थे। जिनका मेकाज में इलाज चल रहा था। बेहतर इलाज के लिए दोनों भाई-बहन को रायपुर रेफर किया गया है। इधर, पुलिस मामले की जांच में जुटी है। बहन बोलने की स्थिति में थी, जिससे पुलिस ने प्रारंभिक बयान ले लिया है। अब बाकी रिश्तेदारों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
लैब में हो रही खून के धब्बों की जांच
फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ बी सूरी बाबू के अनुसार, घर की दीवारों में खून के धब्बे देखने से लग रहा है कि जब अचानक हमला हुआ तो खुद को बचाने के लिए दीवार से टकराए होंगे। किचन में कुर्सी और आरोपी के गले में लटके गमछे को देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि वह पहले फांसी लगाकर सुसाइड करने वाला था। लेकिन, उसने जहर खा लिया। घर में जहां-जहां खून के धब्बे मिले हैं उनके सेंपल इकट्ठा कर लैब लाया गया है। कुछ दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी।
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