रायगढ़ में राज्य स्तरीय अक्षय शिक्षा अलंकरण समारोह संपन्न

प्रदेश के शताधिक शिक्षकों का हुआ विशेष सम्मान

रायगढ़ । जिला के प्रतिष्ठित शिक्षाविद साहित्य सर्जक एवं संघर्षशील व्यक्तित्व के धनी शिक्षकों के प्रेरक अक्षय कुमार पांडेय के जन्मदिवस अवसर पर रायगढ़ के होटल इंटरनेशनल अंश में प्रदेश के प्राथमिक से लेकर माध्यमिक और उच्चतर विद्यालयों में अपने अभिनव प्रयोग से नवाचार कर विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देते हुए अपने स्कूल की पहचान बनाने वाले विशिष्ट और चयनित शिक्षकों को प्रदेश स्तरीय अक्षय शिक्षा अलंकरण से सम्मानित किया गया।

5 जून, रविवार को संपन्न विशेष कार्यक्रम में स्वर्गीय अक्षय कुमार पांडेय की धर्मपत्नी श्रीमती विजयिनी पांडेय एवं उनके परिजनों के साथ रायगढ़ के पूर्व प्राचार्य एवं सागर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव के. के. तिवारी के मुख्य आतिथ्य व रायगढ़ के प्रतिष्ठित समाजसेवी एवं प्रख्यात महिला रोग विशेषज्ञ सेवानिवृत्त चिकित्सक डॉ. सुचित्रा त्रिपाठी, शिक्षाविद श्रीमती जया षडंगी सहित गौर कापा आश्रम के महंत विवेक गिरी एवं निजानंद सरस्वती महाराज के विशिष्ट उपस्थिति में छत्तीसगढ़ प्रदेश के विभिन्न जिलों से वर्ष 2020 के लिए 10 विशेष शिक्षकों को अक्षय शिक्षा सर्जक, अक्षय शिक्षा सहकार, अक्षय शिक्षा रत्न, अक्षय शिक्षा ज्योति, अक्षय शिक्षा पुंज, अक्षय शिक्षा पद्म, अक्षय शिक्षा मित्र, अक्षर शिक्षा शशि, अक्षय शिक्षा दीप तथा अक्षय शिक्षा पीयूष के नाम से तथा 45 शिक्षकों को अक्षय शिक्षा प्रबोधक अलंकरण से सम्मानित किया गया । इसी प्रकार वर्ष 2021 के लिए कुल 10 विशेष पुरस्कारों के साथ 28 शिक्षकों को अक्षय शिक्षा प्रबोधक अलंकरण तथा वर्ष 2022 के लिए 10 विशिष्ट पुरस्कारों के अतिरिक्त तीन अक्षय रत्न पुरस्कार एवं 16 अक्षय शिक्षा प्रबोधक सम्मान प्रदान किया गया । विदित हो कि वर्ष 2020 एवं 2021 में वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगने के कारण उक्त सम्मान समारोह संपन्न नहीं पाया था इसलिए इस वर्ष संयुक्त रूप से तीनों वर्ष का सम्मान एक साथ किया गया।

अक्षय शिक्षा अलंकरण के प्रथम सत्र की शुरुआत स्वर्गीय अक्षय कुमार पांडे के चित्र पर माल्यार्पण एवं मां सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ किया गया इस अवसर पर रायगढ़ मानस मंच के कलाकार उग्रसेन पटेल, नवरतन सिंह बिंझवार, हित नारायण बरेठ द्वारा सरस्वती वंदना के गायन व छत्तीसगढ़ के राज्य गीत के धुन से वातावरण को संगीतमय बनाया गया ।

अक्षय शिक्षा समिति के सचिव श्रीमती साधना पांडेय एवं सतीश कुमार पांडेय द्वारा प्रारंभिक उद्बोधन के पश्चात अलंकरण के लिए चयनित शिक्षकों के बीच शिक्षक गोष्टी सह विचार मंथन का कार्यक्रम शुभारंभ हुआ जिसमें समीक्षक के रूप में वी.पी.चंद्रा प्राचार्य डाइट धमतरी, डॉक्टर फरहाना अली प्राचार्य स्याही मुड़ी, लक्ष्मण मगर सहायक संचालक धमतरी तथा गजेंद्र तिवारी प्राचार्य शिक्षण महाविद्यालय जांजगीर निदेशक छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल के विशिष्ट उपस्थिति में शिक्षकों के समक्ष चुनौती और समस्या तथा बच्चों के ज्ञानात्मक, सृजनात्मक एवं संस्कार मूलक शिक्षा के लिए नवाचार की आवश्यकता पर बौध्दिक मंथन एवं शैक्षिक परिचर्चा की गई जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आए हुए शिक्षकों द्वारा अपने अनुभव एवं किए गए कार्य तथा उपलब्धि व गतिविधियों के बारे में जानकारी दिया गया तथा किस प्रकार से शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर किया जा सकता है इसके लिए प्रबुद्ध जनों के बीच चिंतन भी किया गया। कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक तारापुर हायर सेकेण्डरी स्कूल के व्याख्याता भोजराम पटेल द्वारा किया गया । इस कार्यक्रम में रायगढ़ से व्याख्याता डॉ .नरेंद्र पर्वत की सहयोगात्मक भूमिका रही एवं कार्यक्रम में श्रीमती संध्या पांडेय रंजना दुबे विजय मोहन दुबे, अंजना शर्मा, संजय शर्मा, परीक्षित दुबे, अनुराग पांडेय, सब्यसाची दुबे, अंकिता पांडेय श्रुति शर्मा, अंशिका पांडेय श्रेया, अनन्या , अथर्व की विशेष उपस्थिति रही ।

रामचंद्र शर्मा के प्रेरक उद्बोधन से शिक्षक हुए प्रभावित

शिक्षक अलंकरण समारोह के दौरान रायगढ़ के शिक्षा खेल एवं पत्रकारिता क्षेत्र से जुड़े प्रेरक व मार्गदर्शक रामचंद्र शर्मा द्वारा शिक्षकों के समक्ष चुनौतियां और छात्र-छात्राओं के भविष्य निर्माण के लिए उनकी भूमिका विषय पर अत्यंत ही प्रेरक ज्ञानवर्धक और व्यावहारिक उद्बोधन देकर छत्तीसगढ़ के विभिन्न अंचल से आए हुए शिक्षकों को विशेष रूप से प्रभावित किया गया वही मुख्य अतिथि की आसंदी से के.के. तिवारी ने भारतीय परंपरा और धर्म ग्रंथों का उदाहरण देते हुए शिक्षक की भूमिका को समाज में अहम बताया | मुंगेली जिला शिक्षा अधिकारी सतीश कुमार पांडेय ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज हमें इस प्रकार की शिक्षा की आवश्यकता है जो छात्रों को हर दृष्टि से काबिल बनाए उनमें सीखने की ललक पैदा करें और शिक्षकों में काम के प्रति एक जुनून उन्हें बेहतर शिक्षक बनने की दिशा में अग्रेषित कर सकता है ।

रायगढ़ के इन शिक्षकों का किया गया सम्मान

शिक्षक अलंकरण समारोह में रायगढ़ जिला से शिक्षा प्रबोधक 2020 भुवनेश्वर पटेल कछार , शिक्षा प्रबोधक 2021 रामकुमार पटेल बायंग तथा अक्षय शिक्षा ज्योति 2022 श्रीमती किरण मिश्रा व्याख्याता महापल्ली को विशेष रूप से सम्मानित किया गयापूरे छत्तीसगढ़ के अलग- अलग जिलों से एक तरफ सूरजपुर बिश्रामपुर छत्तीसगढ़ के उत्तर में तो दूसरी तरफ दंतेवाड़ा जगदलपुर और अलग-अलग संभाग के शिक्षकों को सम्मानित किया गया, 2022 के लिए तीन विशिष्ट “अक्षय रत्न” सम्मान के रूप में प्राथमिक शाला केंदवाही बार के शिक्षक अनुराज वर्मा झारसुगुड़ा उड़ीसा के प्राचार्य अनिल कुमार पटेल एवं पीथमपुर मुंगेली के रामनाथ कुल मित्र को भी सम्मानित किया गया ।

केंदवाही के बच्चों ने अपने ज्ञान कौशल प्रस्तुति से किया प्रदेश के शिक्षकों को चकित

अक्षय शिक्षा अलंकरण के दौरान केंदवाही बार से उपस्थित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों द्वारा अपने गणितीय ज्ञान भाषा- अंग्रेजी एवं हिंदी में पठन-पाठन दक्षता तथा सामान्य ज्ञान के पूछे गए सवालों का दिए गए सटीक जवाब उनके मौलिक चिंतन की क्षमता तथा तात्कालिक जवाब देने की तत्परता ने पूरे प्रदेश के शिक्षकों को विशेष रूप से प्रभावित किया वहीं अक्षय शिक्षा समिति की ओर से इस विद्यालय के प्रधान पाठक सुरेंद्र कुमार मिश्रा शिक्षक अनुराज वर्मा तथा मनमोहन पटेल को उनके विशिष्ट कार्य शैली को करते हुए अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया गया । इस दौरान शाला प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्रीमती साहू तथा स्कूल के लिए अपनी जमीन दान देने वाले लाल मोहन पटेल को भी अभिनंदन पत्र देकर सम्मान किया गया।

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