बड़ा खुलासा : अफसरों का कोर्ट के सहारे खेल, रिटायर्ड कर्मचारियों का भी नहीं हो रहा मोह भंग…

वही रिटायर कर्मचारी घरघोड़ा तहसील विभाग के सेंसिटिव सेक्शन देख रहे हैं

रायगढ़ । घरघोड़ा तहसील ऑफिस घरघोड़ा मे कई अधिकारियों एवं कर्मचारियों का ट्रांसफर हो रखा है, लेकिन आखिर क्या बात है घरघोड़ा तहसील ऑफिस से ट्रांसफर होने के बावजूद जाने का नाम ही नहीं लेते हैं। ट्रांसफर के विरुद्ध कोर्ट से स्टे लेकर जमें बैठे हुए हैं। घरघोड़ा अनुविभागीय अधिकारी एसडीएम अशोक मार्बल तो पिछले लगभग 3 वर्षों से एक ही जगह तहसीलदार के पद पर पदस्थ थे और अब लगभग 4 साल से ज्यादा हो गए घरघोड़ा राजस्व विभाग में एसडीएम का कार्यभार संभाल रहे हैं, जबकि इस बीच कई बार एसडीएम मार्बल का ट्रांसफर हो चुका, लेकिन कोर्ट से स्टे ले-लेकर जमे हुए हैं।

एसडीएम अशोक मार्बल के कई कारनामे फाइलें दबी पड़ी है जो कि आने वाले समय में कारनामों का खुलासा होगा। एसडीएम ऑफिस कभी नहीं खुलता एसडीएम अपने बंगले से ही संचालन करते हैं। एसडीम से मिलने के लिए जो लोग भी जनप्रतिनिधि हो या आम जनता कुछ समस्या लेकर जाते हैं तो एसडीएम ऑफिस बंद रहने के कारण मायूस होकर वापस चले जाते हैं, जबकि एसडीएम मार्बल अपने बंगले से सिर्फ और सिर्फ मुआवजा से संबंधित किसानों को घर में बुलाकर बातचीत करते हैं।

जानकारी यह भी मिली है कि घरघोड़ा एसडीएम अशोक मार्बल से कोई जनप्रतिनिधि या राजनीतिक पार्टी या आम जनता मिल भी जाता है, तो उसे अपने अधिकारी होने का रौब दिखाकर दुर्व्यवहार किया जाता है, जबकि रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट चेताया था कि किसी भी जनप्रतिनिधि या आम जनता से व्यवहारिक पूर्ण संबंध रखें। किसी से दुर्व्यवहार न करें, लेकिन घरघोड़ा एसडीएम को कलेक्टर भीम सिंह के आदेश के पालन की परवाह नहीं है। आखिर घरघोड़ा अनुविभाग राजस्व में ऐसी क्या बात है उसी का देखा सीखी हाल में घरघोड़ा और तमनार तहसीलदारों का ट्रांसफर लिस्ट निकला, जिसमें दोनों तहसीलदारों ने कोर्ट से स्टे ले लिया वहीं पुलिस विभाग में भी ट्रांसफर हुए, लेकिन रिलीफ अभी तक नहीं हुए हैं वही जनपद कार्यालय में भी कुछ कर्मचारी 25 साल से एक ही पोस्ट में पदस्थ हैं। ऐसे में जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि वर्षों से जमे अधिकारी और कर्मचारी अपने फायदे के लिए स्थानी लोगों के व्यक्तिगत कार्यों में भी हस्तक्षेप करते हैं, जिसके वजह से सरकार की मूलभूत योजनाएं तथा जनता के हित में होने वाले कार्य प्रभावित हो रहे हैं, जबकि शासन का नियम है कि अधिकारी 2 वर्ष से ज्यादा एक ही स्थान पर पद पर नहीं रह सकता, लेकिन यहां तो उच्चाधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक कई वर्षों हो गए। एक ही कुर्सी में बैठकर हिटलर तानाशाही प्रशासन का संचालन कर रहे हैं, जिससे कि जनता भयभीत तथा त्रस्त है ऐसे में उच्च प्रशासन को ध्यानाकर्षण करते हुए ट्रांसफर आर्डर को फॉलो करवाना होगा तब जाकर सभी विभागों में संतुलन बना रहेगा।

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