रायगढ़। थाना भूपदेवपुर क्षेत्र अंतर्गत भूपदेवपुर तुरीपारा में रहने वाली युवती कल 29 मई को सुबह थाना आकर उसके भाई मनबोध तुरी (उम्र 27 वर्ष) के अचानक घर से कहीं चले जाने की जानकारी दी और बताई कि बीते 28 मई के शाम गांव के दुखीश्याम तुरी और उसके भाई बिहारी तुरी के साथ उसके मनबोध तुरी भाई का झगड़ा मारपीट हुआ था जिसके बाद दोनों भाई उसे मारने के लिए खोज रहे थे। युवती अनहोनी की शंका जाहिर करने पर थाना प्रभारी भूपदेवपुर निरीक्षक अमित शुक्ला द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए थाने के सभी विवेचकों के साथ आरक्षकों को गुम युवक मनबोध तुरी की जानकारी लेकर अलग-अलग क्षेत्र में पतासाजी का निर्देश दिए। रात भर अलग-अलग क्षेत्र में भूपदेवपुर पुलिस की टीम गुम इंसान मनबोध तुरी का पतासाजी किया गया।
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भोर में मनबोध तुरी के लैलूंगा में होने की जानकारी पर पुलिस की टीम लैलूंगा से मनबोध तुरी को थाना लाया गया जो गांव के दुखीराम तुरी और उसके भाई बिहारी तुरी के झगड़ा मारपीट व धमकी से डर कर अपने रिश्तेदार के घर भाग जाना बताया जिसे थाना प्रभारी अमित शुक्ला समझाइश दिए कि ऐसे मामलों में पुलिस सहायता लेनी चाहिए जिसके बाद मनबोध तुरी द्वारा मारपीट करने वाले दोनों भाइयों के विरुद्ध गाली, गलौच, मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराया जिस पर आरोपियों के विरुद्ध धारा 294, 506, 323, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। टीआई अमित शुक्ला के निर्देशन पर थाने के सहायक उपनिरीक्षक देव प्रसाद चौहान, गंगाराम चौहान, प्रधान आरक्षक जागेश्वर प्रसाद दिगस्कर, जगदीश नायक के हमराह आरक्षक मुरली पटेल, मिन केतन पटेल, जक्शन बघेल, महेश चौहान की टीम बनाई गई थी जिनके द्वारा लगातार क्षेत्र में गुम इंसान की पतासाजी किया जाकर गुम इंसान को दस्तयाब किया गया।
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