IPL 2022: कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी से हो रही है हार्दिक पांड्या की कप्तानी की तुलना, ये हैं कारण

Indian Premier League का खिताब जीतना किसी भी कप्तान के लिए बहुत बड़ी बात होती है और कप्तान के तौर पर डेब्यू सीजन में यह कारनामा कर दिखाया, दर्शाता है कि हार्दिक पांड्या कितने अच्छे कप्तान हैं। हार्दिक ने खुद कई बार इस बात को कहा है कि उनके करियर पर महेंद्र सिंह धोनी की छाप है और उन्होंने माही भाई से बहुत कुछ सीखा है। आईपीएल 2022 के दौरान कई मौकों पर देखा गया कि हार्दिक कप्तान के तौर पर कितने कूल रहे हैं। आईपीएल 2022 फाइनल मैच में शुभमन गिल ने जब विनिंग छक्का लगाया, तब भी हार्दिक के चेहरे पर एक्स्ट्रा एक्साइटमेंट नहीं दिखा। वह काफी शांत नजर आए, जैसा कि धोनी अपने करियर के दौरान दिखे हैं।

नए ‘कैप्टन कूल’ हैं हार्दिक पांड्या

हार्दिक आईपीएल की ट्रॉफी को यूं प्यार से सहेजते नजर आए, मानों कोई पिता अपने बच्चे से लाड़ कर रहा हो। हार्दिक को उनकी पत्नी नताशा ने गले लगाया मानों विश्वास दिला रही हों कि बुरे दौर में उनके पीछे खड़ा रहने वाला परिवार अच्छे दिनों में भी उसी तरह उनके साथ है। अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से फाइनल में गुजरात टाइटन्स को जीत दिलाने वाले हार्दिक ने कहा, ‘मैं प्यार पर ही जीता हूं जो मुझे अपने परिवार से भरपूर मिलता है।’

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चमकीले जैकेट और कान में हीरे के टॉप्स पहनने वाले हार्दिक शुरुआती दिनों में ग्लैमर में डूबे युवा की तरह नजर आते थे लेकिन एक लापरवाह युवा से जिम्मेदार कप्तान बनने तक का उनका सफर उनके जीवट की कहानी कहता है। पत्नी नताशा, बेटा अगस्त्या, भाई क्रुणाल और वैभव, भाभी पंखुड़ी उनकी ढाल की तरह रहे हैं।

मेरी ताकत है मेरा परिवार’

हार्दिक ने कहा, ‘नताशा काफी इमोशनल है और मुझे अच्छा करते देख बहुत खुश हो जाती है। उसने मेरे करियर में काफी उतार-चढ़ाव देखें हैं और उसे पता है कि मैंने कितनी मेहनत की है।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा परिवार मेरी ताकत रहा है। मेरा भाई क्रुणाल, भाभी पंखुड़ी, दूसरा भाई वैभव। इन सभी ने कठिन दौर में भी मुझे मानसिक सकून दिया। मैनें फोन किया तो भाई और भाभी दोनों रो पड़े। ये खुशी के आंसू थे। मुझे पता है कि जब तक ऐसे लोग मेरे पीछे हैं, मैं अच्छा खेल सकता हूं।’

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फ्रंट से किया टीम को लीड

महेंद्र सिंह धोनी की तरह कूल होकर कप्तानी करने वाले हार्दिक को जब गुजरात टाइटन्स का कप्तान बनाया गया तो क्रिकेट पंडितों ने टीम को मैदान पर उतरने से पहले ही दौड़ से बाहर मान लिया था। लेकिन हार्दिक ने हार नहीं मानी थी और मोर्चे से अगुवाई करते हुए 487 रन बनाने के साथ आठ विकेट भी लिए।उन्होंने कहा, ‘मैंने हमेशा जिम्मेदारी का मजा लिया है। मैं मोर्चे से अगुवाई करना पसंद करता हूं ताकि मिसाल दे सकूं।’

‘टीम इंडिया वर्ल्ड कप खिताब दिलाना मेरा अगला लक्ष्य’

उन्होंने कहा, ‘अगर मैं टीम से कुछ अपेक्षा करता हूं तो मुझे सबसे पहले उसके अनुरूप खेलना होगा ताकि दूसरों के लिए मिसाल बन सकूं।’ अपने छह बरस के इंटरनेशनल करियर में हार्दिक चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 फाइनल खेल चुके हैं और टी20 वर्ल्ड कप 2016, वनडे वर्ल्ड कप 2019 सेमीफाइनल में पहुंच चुके हैं। 9 जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए वह नीली जर्सी में वापसी करेंगे और उनका लक्ष्य वर्ल्ड कप खिताब जीतना है।