कोरबा,29 मई (वेदांत समाचार )। जनपद पंचायत कोरबा के ग्राम पंचायत नकिया में वित्तीय वर्ष 2019 -20 में 14वें वित्त से प्राप्त 4 लाख 5 हजार 750 रुपए की शासकीय आबंटन को विकास कार्यों में लगाने की जगह तत्कालीन सरपंच सचिवों ने बंदरबाट किया है। उप संचालक पंचायत से प्राप्त वार्षिक अंकेक्षण रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है। अंकेक्षक द्वारा किए गए व्यय आक्षेप का आज पर्यंत समायोजन नहीं किए जाने के मामले में सीईओ जिला पंचायत से शिकायत उपरांत उपसंचालक पंचायत ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।
सीमावर्ती वनांचल ग्राम पंचायत नकिया में वित्तीय वर्ष 2019 -20 में कराए गए कार्यों का सहायक आंतरिक लेखा परीक्षण एवं करारोपण अधिकारी शेरसिंह डड़सेना ने सामाजिक अंकेक्षण किया था। तत्कालीन समयावधि में तिलकराम सरपंच एवं इतवारसिंह राठिया सचिव थे।कार्यालय उप संचालक पंचायत से प्राप्त अंकेक्षण प्रतिवेदन के व्यय आक्षेप पत्र में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। ऑडिटर ने 4 लाख 5 हजार 750 रुपए का व्यय आक्षेप निकाला था। सभी आक्षेप 14 वें वित्त से प्राप्त आबंटन में कराए गए कार्यों से संबंधित हैं। जिसके तहत 1लाख 75 हजार की लागत से कराए गए सी.पी.टी खुदाई गौठान के तकनीकी स्वीकृति का अवलोकन नहीं कराया गया।
1 लाख 40 हजार की लागत से कराए गए सी .पी.टी खुदाई चारागाह के तकनीकी स्वीकृति का अवलोकन नहीं कराया गया। 46 हजार 800 रुपए की लागत से कराए गए चबूतरा निर्माण विमलता के तकनीकी स्वीकृति का अवलोकन नहीं कराया गया। इसी तरह 43 हजार 950 रुपए की लागत से पेण्ड्राडीह में कराए गए चबूतरा निर्माण के तकनीकी स्वीकृति का अवलोकन नहीं कराया गया।यही नहीं आज पर्यंत व्यय आक्षेप का समायोजन तक नहीं हुआ है। सीईओ जिला पंचायत नूतन कंवर ने प्राप्त शिकायत उपरांत उप संचालक पंचायत को आवश्यक जांच के निर्देश दिए हैं। प्रकरण में आवश्यक जांच की प्रक्रिया शुरु हो गई है।
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