नवाचारी शिक्षकों को दी बधाई
महासमुंद । जिला परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा के तत्वाधान में कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों में आधारभूत भाषा, गणित व पठन कौशल विकास के लिए जिले में ‘‘100 दिवसीय पठन/गणितीय कौशल विकास अभियान’’ अंतर्गत 14 सप्ताहों में विद्यालयों में क्रियान्वित की गई गतिविधियों का संग्रह कर एक पुस्तिका का रूप दिया गया।
जिला कार्यालय के सभाकक्ष में गुरुवार को कलेक्टर व जिला मिशन संचालक निलेशकुमार क्षीरसागर ने इसका विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी शिक्षक एवं अधिकारीगण बधाई के पात्र है, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देते हुए एक नई ऊर्जा, नई उत्साह के साथ कार्य किया। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत जितने भी नवाचारी गतिविधियां विद्यालयों में करवाई गई उसका दस्तावेजीकरण कर उसे पुस्तिका का रूप दिया गया। भविष्य में भी इस पुस्तिका का उपयोग विद्यालय द्वारा किया जाए। सभी शिक्षक एवं अधिकारीगण मिलकर मेहनत करते रहें और जिले को एक नई ऊंचाई तक लेकर जाएं। उन्होंने पुस्तक की सराहना करते हुए उपस्थित सभी अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
जिला मिशन समन्वयक अशोक शर्मा के द्वारा ‘‘100 दिवसीय पठन, गणितीय कौशल विकास अभियान एवं पुस्तिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि शासन की महत्वपूर्ण योजना ‘‘निपूण भारत’’ को वर्तमान में प्राथमिकता के साथ लिया जा रहा है। इसके अंतर्गत आंगनबाड़ी से कक्षा तीसरी तक के बच्चों पर फोकस किया जा रहा है। निपूण भारत योजना वर्ष 2027 तक निरंतर जारी रहेगा। इस योजना के उद्देश्य, निर्धारित लक्ष्य, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख बिंदु, एजुकेशन पाॅलिसी के सिद्धांत आदि को भी पुस्तिका में शामिल किया गया है।
समग्र शिक्षा के ए.पी.सी. श्रीमती विद्या साहू ने इस अभियान के बारे में बताया कि कोरोना महामारी के बाद लम्बे समय पश्चात् स्कूल खुलने पर शासन के द्वारा बच्चों का वास्तविक स्तर ज्ञात करने के लिए, कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों का बेसलाईन सर्वे किया गया। बेसलाइन सर्वे से पता चला कि अधिकतर बच्चे अपनी वर्तमान कक्षा स्तर से नीचे है। बच्चों को कक्षा अनुरूप, वास्तविक स्तर में लाने के लिए ‘‘पढ़ई तुंहर दुआर 2.0’’ अंतर्गत ‘‘100 दिवसीय पठन, गणितीय कौशल विकास अभियान, कक्षा पहली से 8वीं तक के बच्चों के लिए चलाया गया। जिसमें भाषा एवं गणित विषय पर फोकस किया गया। यह अभियान कुल 14 सप्ताह का तीन स्तर में जनवरी 2022 से अप्रैल 2022 तक चलाया गया। जिसमें पहला स्तर- कक्षा दूसरी तक के बच्चों लिए, दूसरा स्तर- कक्षा तीसरी से कक्षा 5वीं तक के बच्चों एवं तीसरा स्तर- कक्षा 6वीं से कक्षा 8वीं तक के बच्चों लिए।
इस अभियान के अंतर्गत जिले में तथा प्रत्येक विकासखंड में एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। जिनके द्वारा प्रति सप्ताह, स्कूलों मेें स्तरवार एवं विषयवार, अलग-अलग गतिविधियों का निर्माण किया गया। उन गतिविधियों को सोशल मीडिया के माध्यम से अपने-अपने विकासखण्ड के सभी प्राथमिक शाला एवं उच्च प्राथमिक शाला में तथा जिले के ग्रुप में साझा किया गया। विद्यालयों में प्रति सप्ताह शिक्षकों के द्वारा इन गतिविधियों को करवाया गया। कई शिक्षकों के द्वारा बच्चों के मूलभूत भाषायी, गणितीय कौशल विकास के लिए स्व प्रेरित होकर कई नवाचार विद्यालय में किए। विकासख्ंाड नोडल द्वारा अपने-अपने विकासखंड का साप्ताहिक समीक्षा किया गया तथा साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट जिला कार्यालय को उपलब्ध कराया गया। जिले की औसत उपलब्धि 75 प्रतिशत रही। प्रति सप्ताह किए जाने वाले गतिविधियों में से बेहतरीन गतिविधियों को संकलित कर उसे एक पुस्तिका का रूप देकर सभी विकासखंडों द्वारा प्रकाशित करवाया गया। सभी विकासखंडों से बेहतरीन गतिविधियों को संग्रहित कर, जिले स्तर पर भी एक पुस्तिका का रूप देकर, प्रकाशित करवाया गया है।
पुस्तिका का विमोचन के अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस. आलोक, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती एस. चन्द्रसेन, जिला परियोजना अधिकारी हिमांशु भारतीय, नोडल अधिकारी ओम नारायण शर्मा एवं समस्त विकासखंड के विकासखंड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक उपस्थित थे।
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