दुनियाभर में हर साल 25 मई को विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है। यह दिन थायराइड से जुड़े रोगों, उनके लक्षणों, रोकथाम और उपचार के बारे में जागरूकता और समझ को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। इस दिन की स्थापना यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन ने सबसे पहले 25 मई 2008 को की थी।
थायराइड की समस्या भले ही आज एक आम समस्या के रूप में देखी जाने लगी हो, लेकिन यह स्वास्थ्य से जुड़े कई अन्य जोखिम पैदा कर सकती है। शरीर में थायराइड हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाना कई अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की स्थिति को पैदा कर सकता है। जिसमें बाल झड़ना और मोटापा आम समस्याएं हैं।
क्या है थायराइड की समस्या-
थायराइड तितली के आकार की एक ग्रंथि होती है, जो गले में स्थित होती है। शरीर की चयापचय (मेटाबॉलिज्म) क्रिया में इस ग्रंथि का विशेष योगदान होता है। थायराइड दो तरह का होता है- हाइपरथायराइड और हाइपोथायराइड। हाइपरथायराइड में ज्यादा मात्रा में थायराइड हार्मोन बनने लगता है। जबकि हाइपोथायराइडिज्म में हार्मोन का कम उत्पादन होता है। हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित लोगों में थकान, बालों का झड़ना, वजन बढ़ना, ठंड लगना और लो फील करना जैसे कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं। खान-पान में हो रहे बदलाव की वजह से लोगों में थायराइड की समस्या बढ़ती जा रही है। अगर खानपान को सुधार लिया जाए तो थायराइड से काफी हद तक बचा जा सकता है। आइए जानते हैं आखिर थायराइड रोगी को किन चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए।
थायराइड के लक्षण-
-वजन अधिक होना या कम होना
-घबराहट होना
-थकान होना
-सांस फूलना
-कम नींद आना
-अधिक प्यास लगना
-बालों का झड़ना
-त्वचा का रूखा होना
थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए-
सोयाबीन-
सोयाबीन और सोया युक्त खाद्य पदार्थों से हाइपोथायरायडिज्म का जोखिम बढ़ सकता है। सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजन होता है जो थायराइड हार्मोन का निर्माण करने वाले एंजाइम की कार्य करने की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।
ब्रोकली-फूलगोभी जैसी सब्जियां-
कच्ची या अधपकी हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे ब्रोकली, पालक, फूलगोभी में एंटी-थायराइड और गोइट्रोजेनिक (goitrogenic) गुण होते हैं। जो थायराइड में हानिकारक हो सकते हैं। दरअसल, ये सभी क्रुसिफेरस सब्जियां( ब्रोकली, फूलगोभी, पत्तागोभी) फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरी होती हैं। बावजूद इसके आयोडीन की कमी होने पर ये थायराइड हार्मोन के उत्पादन को कम कर सकती हैं।
कैफीन युक्त पेय-
थायराइड की समस्या होने पर कैफीन वाली चीजें खानी और पीनी नहीं चाहिए। ये आपके थायराइड ग्लैंड को बढ़ाकर दवा के असर को भी कम करते हैं।
सफेद चीजें-
थायराइड के मरीजों को ग्लूटेन के सेवन को कम करना चाहिए। ग्लूटेन वाली चीजों का अधिक सेवन करने से छोटी आंत में जलन पैदा हो सकती है.।थायराइड के मरीजों को खासकर चावल, पास्ता, ब्रेड आदि का सेवन न के बराबर करना चाहिए।
प्रोसेस्ड फूड्स-
प्रोसेस्ड या जंक फूड्स में सोडियम की मात्रा अधिक होती है जो आपको नुकसान पहुंचा सकती है। सोडियम हाइपोथायरायडिज्म और थायराइड की कमी दोनों मरीजों की सेहत पर बुरा असर डालता है।
थायराइड से बचाव-
-आयोडीन सही मात्रा में लें
-आयोडीन युक्त नमक ही खाएं
-मछली का सेवन करें
-योग करें