इतिहास के झरोखे से : आज ही के दिन लहूलुहान हुई थी झीरम घाटी, छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं पर हुआ था नक्सली हमला

साल 2013…वो साल जिसे कोई भुला न सके शायद ही कोई भूल सका हो। छत्तीसगढ़ ( chhattisgarh) साल के अंत में विधानसभा( vidhansabha) चुनाव होने थे।

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आपको बता दे कि 25 मई यानी आज ही के दिन कांग्रेस ने सुकमा में परिवर्तन रैली आयोजित की।काफिले में करीब 25 गाड़ियां थीं, जिनमें 200 नेता सवार थे। सबसे आगे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल और कवासी लखमा अपने-अपने सुरक्षा गार्ड्स के साथ थे।

200 से ज्यादा नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग( firing) शुरू कर दी

शाम करीब 4 बजे काफिला झीरम घाटी से गुजर रहा था। नक्सलियों ने पेड़ों को गिराकर रास्ता बंद कर दिया। गाड़ियां रुकीं और पेड़ों के पीछे छिपे 200 से ज्यादा नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। नक्सलियों ने सभी गाड़ियों को निशाना बनाया। नंदकुमार पटेल और उनके बेटे दिनेश( dinesh) की मौके पर ही मौत हो गई। करीब डेढ़ घंटे तक फायरिंग होती रही।

हमले में 30 से भी ज्यादा लोगों की मौत ( death ) 

करीब साढ़े 5 बजे नक्सली( naxali) पहाड़ोंसे उतर आए और एक-एक गाड़ी चेक करने लगे। जो लोग गोलीबारी में मारे जा चुके थे, उन्हें फिर से गोली और चाकू मारे गए ,जो लोग जिंदा थे, उन्हें बंधक बनाया जा रहा था। इसी बीच एक गाड़ी से महेन्द्र कर्मा नीचे उतरे और कहा कि ‘मुझे बंधक बना लो, बाकियों को छोड़ दो’। नक्सलियों ने महेंद्र कर्मा की थोड़ी दूर ले जाकर बेरहमी से हत्या कर दी। हमले में 30 से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई।

दो मिनट का मौन धारण किया जाएगा

राज्य के सभी शासकीय-अर्धशासकीय कार्यालयों में शहीदों की स्मृति में राज्य में शांति स्थापित करने की शपथ लेने के साथ ही दो मिनट का मौन धारण किया जाएगा।