सफलता की कहानी : कर्ज और दर्द के बोझ से मिला छुटकारा, राजीव गांधी किसान न्याय योजना बनी किसानों का सहारा

राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिल रही किसानों को बड़ी राहत

जांजगीर-चाम्पा 23 मई (वेदांत समाचार)। एक समय था जब बसंत साहू,उमाकांत जैसे जिले के अनेक किसानों को बारिश के दस्तक के साथ ही अपनी खेत में फसल उगाने कर्ज लेना पड़ता था। कुछ किसान घर के आभूषणों को तो कोई मवेशियों को गिरवी रखकर, कोई अधिक ब्याज दर पर रकम लेकर खेती किसानी की तैयारी करता था। इस बीच कहीं बारिश दगा दे देती या मानसून भटक जाता था तो उनके फसल तो चौपट होते ही थे। गिरवी रखे कीमती सामान से भी हाथ धो बैठा करते थे। कर्ज और दर्द के बोझ में लदकर कई किसान आत्मघाती कदम तक उठा लेते थे। अब जबकि छत्तीसगढ़ में राजीव गाँधी किसान न्याय योजना लागू हुई है किसानों को बड़ा सहारा मिल गया है। उन्हें न तो कर्ज के बोझ तले डूबना पड़ता है और न ही दर्द सहकर आत्मघाती कदम उठाने के बारे में सोचना पड़ता है। खेती किसानी कार्य के ठीक पहले न्याय योजना की राशि खाते में जमा हो जाने से उन्हें बड़ी राहत मिलती है।


अकलतरा विकासखण्ड के ग्राम झूलन पकरिया के किसान बसन्त साहू,अकलतरा के उमाकान्त कैवर्त्य, करूमहू के हेतराम कैवर्त्य सहित अन्य किसान है,जिन्हें खेती के लिए कर्ज के बोझ में नहीं फसना पड़ेगा। किसान बसन्त साहू ने बताया कि राजीव गाँधी किसान न्याय योजना लागू कर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों को बड़ी राहत पहुचाई है। इस योजना की राशि ठीक ऐसे समय में उनके खाते में आती है,जब उन्हें खेती किसानी के लिए राशि की जरूरत होती है। बैंक खाते में राशि मिलने से वे समय पर खेती के लिए आवश्यक तैयारी कर पाते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें एक किश्त में 4 हजार 400 रुपये मिला। किसान उमाकांत ने बताया कि उन्हें लगभग 14 हजार की राशि राजीव गाँधी किसान न्याय योजना से मिली थी तो उन्हें अपनी खेत में सब्जियां लगाने में आसानी हुई। उनका कहना था कि खेती कार्य के लिए किसानों को कर्ज लेना पड़ता था। कुछ किसान अधिक ब्याज दर पर कर्ज लेकर साहूकारों के चंगुल में फस जाते थे। घर का कीमती सामान,आभूषणों तक को गिरवी रखकर खेती कार्य के लिए पैसा जुटाया जाता था। उन्होंने बताया कि किसानों के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा योजनाएं लागू किए जाने से किसानों की बड़ी-बड़ी समस्याएं दूर हो गई। खेती कार्य के लिए कर्ज लेना भी नहीं पड़ता। करुमौहा के किसान हेतराम कैवर्त्य ने बताया कि अभी वे दो एकड़ में सब्जी ले रहे है। अब बारिश के साथ धान की फसल लेने की तैयारी भी करेंगे। उनके खाते में राजीव गाँधी किसान न्याय योजना की राशि भी प्राप्त हो गई है। उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले तक किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा था। फसल का उचित दाम नहीं मिलने से किसानों को उनके जरुरतों के लिए ही पैसा नहीं मिल पाता था। अब न्याय योजना से अलग से राशि उनके खाते में मिलने से कई जरुरतों को पूरा कर लिया जाता है। बलौदा निवासी किसान दूजराम ने बताया कि उन्हें लगभग 30 हजार की राशि मिली थी। उनका लगभग 4 एकड़ का खेत है जिसमें वह फसल लेता है। दूजराम ने बताया कि इस योजना के लागू होने और समय पर खाते में पैसा मिलने से किसानों का विश्वास बढ़ा है। किसान आत्मविश्वास के साथ फसल लेने रुचि दिखाने लगे हैं। सरकार द्वारा कर्ज माफ करने के बाद और राजीव गाँधी न्याय योजना से खाते में पैसा दिए जाने से किसानों को कर्ज लेने और साहूकारों के चंगुल में फसने से मुक्ति मिली है। अब प्रदेश का हर किसान खुशहाल है। उल्लेखनीय है कि जिले में कलेक्टर श्री जितेंद्र कुमार शुक्ला के निर्देशन में राजीव गांधी किसान न्याय योजना का प्रभावी अमल किया जा रहा है।