जशपुर नगर। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर राज्य के किसानों, भूमिहीन कृषि मजदूरों, पशुपालकों एवं समूह से जुड़ी महिलाओं को बड़ी सौगात मिली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम से राज्य के 26 लाख 68 हजार से अधिक किसानों, भूमिहीन कृषि मजदूरों, पशुपालकों और गौठानों से जुड़ी समूह की महिलाओं को 1804 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि का सीधे उनके बैंक खातों में अंतरण किया।
यह कार्यक्रम राजधानी रायपुर से लेकर सभी जिला मुख्यालयों में एक साथ आयोजित हुआ। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत् जशपुर जिले के 35 हजार 765 किसानों को 36 करोड़ 84 लाख 81 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। इसी प्रकार राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना के तहत 4702 हितग्राहियों को लगभग 94 लाख 4000 का भुगतान किया गया है। कार्यक्रम में राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना के तहत 22 हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र दिया गया। गोधन न्याय योजना के तहत 1661 विक्रेताओं को 12 लाख 50 हजार 809 रुपए का भुगतान किया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार की सबके लिए न्याय की मंशा के अनुरूप राज्य में संचालित राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना और गोधन न्याय योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को राशि वितरण के इस कार्यक्रम में सभी जिलों से मंत्रिगण, संसदीय सचिव, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि, किसान, मजदूर, समूह की महिलाएं और ग्रामीण जन ऑनलाइन शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत खरीफ वर्ष 2021-22 की पहली किस्त के रूप में किसानों को 1720 करोड़ 11 लाख रुपए, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमि मजदूर न्याय योजना के तहत 71 करोड़ 8 लाख रुपये तथा गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालकों, गौठान समितियों और महिला समूहों को 13 करोड़ 31 लाख रुपए ऑनलाइन अंतरित किया।
जशपुर जिले में कलेक्टोरेट के मंत्रणा सभाकक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। वर्चुअल के माध्यम से राज्य स्तरीय 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर विधायक जशपुर विनय भगत, जनपद पंचायत अध्यक्ष कल्पना लकड़ा, कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.एस.मण्डावी, अमित महतो, मनमोहन भगत, अजय गुप्ता, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, अधिकारी कर्मचारी और बड़ी संख्या में किसान भाई बन्धु उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य स्तरीय 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने सभी को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनांए दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार गांव के विकास के लिए बेहतर कार्य कर रही है। उन्होंने नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी के तहत् गांव को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने, जल संरक्षण संर्वधन को संरक्षित करने का कार्य कर रही है उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की चार मूल मंत्र को पालन कर लेने से हमारे बहुत सारे समस्याओं का निदान आसानी से हो जाएगा। आज गौठानों के माध्यम से समूह को विभिन्न आजीविका से जोड़कर महिलाओं को मजबूत बनाया जा रहा है। और गौठानों को मिनी उद्योग के रूप में विकसित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2 रुपए प्रति किलो में गोबर खरीदी करके अच्छी गुणवत्तायुक्त वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाया जा रहा है। जिससे किसानों को अच्छी खाद उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि जल-संरक्षण एवं संवर्धन के लिए हम सब को मिल कर कार्य करना होगा। शासन द्वारा गांव में कुंआ निर्माण, तालाब गहरी करण एवं अन्य विधियों के माध्यम से जल को संरक्षित कर रही है। ताकि भविष्य में जल संकट से जूझना न पड़े।
उन्होंने कहा कि नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के शुरू होने के बाद से अब किसान में आर्थिक मजबूती आई है। जब से गोबर खरीदी शुरू हुआ है तब से किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन दौरान छत्तीसगढ़ को आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ा। सरकार ने किसानों के खाते में धान की अंतरण राशि सीधे भुगतान कर दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और जशपुर जिले की जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन बेहतर कार्य कर रही है। जिले में चाय कॉफी के साथ काजू, लीची, फल-फूल की अपार संभावना है। जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है।
विधायक विनय भगत ने सभी को अपनी शुभकामनांए देते हुए कहा कि जशपुर जिले में गोठान के माध्यम से स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है। साथ ही जिला प्रशासन ने सामानों का विक्रय करने के लिए सी-मार्ट की सुविधा उपलब्ध कराई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार गांव-गरीब किसान हर वर्ग के हित के लिए बेहतर कार्य कर रही है और उसका लाभ भी लोगों का मिल रहा है। आज लोगों को रोजगार मिला है और वे विभिन्न आजीविका से जुड़कर आर्थिक रूप से मजबूत बन गए है।
कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि लोगों की समस्याओं का निदान करने के लिए विकासखंडों में जल-चौपाल और समाधान शिविर लगाया जा रहा है। और उनकी समस्याओं का निदान किया जा रहा है। गौठान से जुड़ी स्व-सहायता समूह की महिलाओं को बकरी पालन, मुर्गी पालन, गोबर के दिये बनाना, मसाला हल्दी, बांस की सामग्री बनाना, छिंद कांसा की टोकरी बनाना सहित अन्य गतिविधियों से जोड़ा गया है। जिला प्रशासन ने समूह को कार्य के लिए प्रशिक्षण भी दिया है। साथ ही सी-मार्ट के माध्यम से उनके सामानो को विक्रय करने के लिए सुविधा भी दी गई है। आज समूह से जुड़ी महिलाएं 1 लाख से डेढ़ लाख की आमदनी अर्जित करने लगी है। उन्होंने किसानों भाईयों को भी वर्मी खाद का अधिक से अधिक उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि खेती बाड़ी के लिए और मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए वर्मी कम्पोस्ट खाद बहुत की उपयोगी खाद है इसका अधिक से अधिक उपयोग करके अपने खेतों को उपजाऊ बनाए। साथ ही जल संरक्षण संवर्धन के लिए अपने खेतों में कुंआ निर्माण, तालाब गहरीकरण एवं अन्य गतिविधियों से जल को संरक्षित रखने का आग्रह किया है। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री मंडावी ने आभार प्रदर्शन किया।
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