जमैका के विजन 2030 के लक्ष्‍यों का भारत ने किया समर्थन

नई दिल्ली। राष्‍ट्रपति रामनाथ‍ कोविन्‍द ने कल रात जमैका की संसद के दोनों सदनों की संयुक्‍त बैठक को संबोधित किया। जमैका सीनेट के अध्‍यक्ष थॉमस टावरेस फिन्‍सन और सदन की अध्‍यक्ष मारिशा डेलरिम्‍पल ने राष्‍ट्रपति का स्‍वागत किया। जमैका के प्रधानमंत्री एन्‍ड्रयू होलनैस ने स्‍वागत भाषण देते हुए कहा कि भारत द्वारा उपलब्ध कराये गये सहयोग से दोनों देशों के संबंध और गहरे हुए हैं।

प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद जमैका की संसद में विपक्ष के नेता मार्क गोल्डिंग ने राष्‍ट्रपति कोविंद का स्‍वागत किया। इसके बाद संसद के अध्‍यक्ष ने राष्‍ट्रपति कोविंद को संसद को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया। राष्‍ट्रपति ने जमैका की जनता द्वारा उनका गर्मजोशी से किए गये स्‍वागत के प्रति आभार व्‍यक्‍त किया। श्री कोविंद ने जमैका की संसद को भारत में हो रहे प्रौद्योगिकी विकास के बारे में जानकारी दी। उन्‍होंने भारत के शिक्षा क्षेत्र में हो रही प्रगति का विशेष रूप से उल्‍लेख किया।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि एक समृद्ध और सतत अर्थव्‍यवस्‍था बनने के साथ-साथ अपनी जनता को सशक्‍त करने और सुरक्षित, गहन और न्‍यायप्रिय समाज सुनिश्चित करने के जमैका के ‘विजन 2030’ के लक्ष्‍यों का भारत समर्थन करता है। उन्‍होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्‍यापार, रेलवे, कृषि, आतिथ्‍य और पर्यटन सहित सहयोग और आपस में सीखने की अपार संभावनाएं हैं। राष्‍ट्रपति कोविंद ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध एक साथ विकसित हो रहे हैं और नई ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं। राष्ट्रपति कोविंद ने सीनेट के अध्यक्ष और जमैका के सदन के अध्यक्ष की उपस्थिति में आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर के साथ यात्रा संपन्न की।