हार्दिक पटेल ने बुधवार को कांग्रेस छोड़ दी और 2019 में उन्हें पार्टी में लाने वाले राहुल गांधी की जमकर निंदा की। हार्दिक ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे गए त्यागपत्र को ट्विटर पर साझा कर यह जानकारी दी कि उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में चिकन सैंडविच का जिक्र करते हुए कहा कि गुजरात कांग्रेस नेतृत्व “चिकन सैंडविच” सुनिश्चित करने में अधिक रुचि रखते थे।
दरअसल राहुल गांधी कुछ दिन पहले गुजरात यात्रा पर थे। इस दौरान खबरें थीं कि वे ‘नाराज’ हार्दिक पटेल से अलग से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। हार्दिक पटेल ने अपने त्याग पत्र में लिखा: “मैं जब भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिला तो लगा कि नेतृत्व का ध्यान गुजरात के लोगों और पार्टी की समस्याओं को सुनने से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर रहा। जब भी देश संकट में था अथवा कांग्रेस को नेतृत्व की सबसे ज्यादा आवश्यकता थी, तो हमारे नेता विदेश में थे।”
राहुल गांधी पर कसा तंज!
हार्दिक पटेल ने लिखा, “दुख होता है जब हम जैसे कार्यकर्ता अपनी गाड़ी से अपने खर्च पर दिन में 500-600 किलोमीटर तक की यात्रा करते हैं, जनता के बीच जाते हैं और फिर देखते हैं कि गुजरात के बड़े नेता तो जनता के मुद्दों से दूर सिर्फ इस बात पर ध्यान देते हैं कि दिल्ली से आए हुए नेता को उनका चिकन सैंडविच समय पर मिला या नहीं।”
अयोध्या CAA-NRC पर कांग्रेस को घेरा
हार्दिक ने लिखा, “अयोध्या में प्रभु श्री राम का मंदिर हो, CAA-NRC का मुद्दा हो, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना हो अथवा GST लागू करने जैसे निर्णय हों, देश लंबे समय से इनका समाधान चाहता था और कांग्रेस पार्टी सिर्फ इसमें एक बाधा बनने का काम करती रही। भारत देश हो, गुजरात हो या मेरा पटेल समाज हो; हर मुद्दे पर कांग्रेस का स्टैंड सिर्फ केंद्र सरकार का विरोध करने तक ही सीमित रहा।”
कांग्रेस को लगभग देश के हर राज्य में जनता ने रिजेक्ट इसीलिए किया है क्यूंकि कांग्रेस पार्टी और पार्टी का नेतृत्व जनता के समक्ष एक बेसिक रोडमैप तक प्रस्तुत नहीं कर पाया। कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में किसी भी मुद्दे के प्रति गंभीरता की कमी एक बड़ा मुद्दा है।
हार्दिक ने शीर्ष नेतृत्व पर उठाए सवाल
हार्दिक ने इस्तीफे में लिखा, “शीर्ष नेतृत्व का बर्ताव गुजरात के प्रति ऐसा है, जैसे कि गुजरात और गुजरातियों से उन्हें नफरत हो। ऐसे में कांग्रेस कैसे अपेक्षा करती है कि गुजरात के लोग उन्हें विकल्प के तौर पर देखेंगे? युवाओं के बीच मैं जब भी गया तो सभी ने एक ही बात कही कि आप ऐसी पार्टी में क्यों हो, जो हर प्रकार से गुज़रातियों का सिर्फ अपमान ही करती है; चाहे वह उद्योग के क्षेत्र में हो, चाहे धार्मिक क्षेत्र में हो, चाहे राजनीति के क्षेत्र से हो।”
जल्द भाजपा में शामिल हो सकते हैं हार्दिक पटेल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुजरात के पाटीदार नेता पिछले दो महीनों से भाजपा नेतृत्व के संपर्क में हैं और एक सप्ताह के भीतर उनके पार्टी में शामिल होने की संभावना है। खबरों के मुताबिक भाजपा नेतृत्व उन्हें अपने साथ चाहता है और शुरुआती प्रतिरोध के बाद पार्टी की गुजरात इकाई ने सहमति जताई है।
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