कोरबा। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत लॉक डाउन अवधि में भी ग्राम ढपढप में गौठान निर्माण कराया गया है, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी संबंधित ग्रामीण मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। इस बात की शिकायत मजदूरों ने छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेताओं के साथ जाकर कटघोरा एसडीएम कौशल प्रसाद तेंदुलकर से की है। शिकायत प्राप्त होने पर एसडीएम ने तुरंत सरपंच को मजदूरी भुगतान के मौखिक निर्देश दिए हैं।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अपनी गौठान योजना को राष्ट्रीय पहचान देने के लिए लॉकडाउन जैसे समय में भी ग्रामीण मजदूरों से कटघोरा जनपद के गांव-गांव में गौठान निर्माण का काम कराया गया है, लेकिन दो सालों बाद भी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विज्ञापन में अपने चहरे को चमकाने के लिए तो सरकार पैसा खर्च कर रही है, लेकिन वह मजदूरी भुगतान के लिए गंभीर नहीं है।
ऐसा ही मामला ग्राम ढपढप का है, जहां रामायण सिंह, परमात्मा, समारू राम, नवीन, निर्देश कंवर, मोहन लाल एवं अन्य मजदूरों से गौठान निर्माण का कार्य कराया गया है और उनकी एक लाख रुपयों से अधिक मजदूरी का भुगतान आज तक नहीं किया गया है। यहीं हालात जनपद के अन्य गांवों की भी है। ग्रामीणों की इस शिकायत को सही पाते हुए एसडीएम में ढपढप के सरपंच और सचिव को तुरंत मजदूरी भुगतान के निर्देश दिए हैं।
ज्ञापन सौंपने वालों में किसान सभा नेता जवाहर सिंह कंवर, प्रशांत झा तथा जनवादी नौजवान सभा के दामोदर श्याम के साथ बृहस्पत लाल, शैलेश सिंह व शिकायतकर्ता ग्रामीण आदि ग्रामीण शामिल थे।
[metaslider id="347522"]