महासमुंद जिले में होने वाले सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिले में इस साल जनवरी से लेकर अप्रैल तक पुलिस विभाग के आंकड़ों के हिसाब से 144 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। जिनमें 88 लोगों की मौत हुई है तो वही 122 लोग अब तक घायल हुए हैं। यातायात शाखा से मिली जानकारी के अनुसार साल 2018 में 444 दुर्घटना में 202 लोगों की मौत हुई थी। साल 2019 में 502 दुर्घटनाओं में 223 लोगों की मौत हुई थी।
साल 2020 में कोरोना संक्रमण व लॉकडाउनके कारण मामले में कमी आई, 427 दुर्घटनाओं में 179 लोगों की मौत हुई थी। वहीं साल 2021 में 491 दुर्घटनाएं दर्ज की गई। जबकि साल 2022 में इन 4 महीनों में 144 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें अब तक 88 लोगों की जान जा चुकी तो 122 लोग घायल हुए है। जिले में दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए यातायात शाखा ने 4 नए ब्लैक स्पॉट बनाए हैं। जिले में अब कुल 11 ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित हो चुके हैं।
इसके अलावा दुर्घटना जन्नत क्षेत्रों में से ब्रेकर भी हटाए जा रहे हैं। ज्यादातर दुर्घटनाएं जिले में बने 2 नेशनल हाईवे एनएच-53 और एनएच-353 में रफ्तार में छोटी सी लापरवाही या नियंत्रण नहीं होने के कारण होता है। मालवाहक वाहनों में सवारी ढोना, दो पहिया वाहनों में दो से अधिक लोगों का सवार होना और हेलमेट नहीं पहनना भी दुर्घटना में मौत के कारण बनते है।
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