कौशल्या मातृत्व योजना : सुरक्षित मातृत्व और बच्ची के लिए मजबूत पहल

द्वितीय संतान बालिका होने पर राज्य सरकार दे रही पांच हजार रूपए की सहायता

रायपुर, 11 मई (वेदांत समाचार) छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा द्वितीय संतान बालिका के जन्म पर सहायता प्रदान करने के लिए कौशल्या मातृत्व योजना चलाई जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित यह नई योजना 1 जनवरी 2022 से प्रभावशील है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राजधानी रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन में पांच हितग्राहियों को चेक प्रदान करने कौशल्या मातृत्व योजना का शुभारंभ किया। सुरक्षित मातृत्व और बच्ची के लिए यह योजना एक मजबूत पहल साबित होगी।


कौशल्या मातृत्व योजना का मुख्य उद्देश्य सामाजिक आर्थिक जनगणना में पात्र महिला हितग्राही के द्वितीय संतान बालिका के जन्म पर सहायता राशि प्रदान करना है, ताकि महिलाएं बच्चे के जन्म के बाद पर्याप्त विश्राम कर सके। योजना के तहत चयनित माता जिसकी द्वितीय संतान बालिका जन्म 01 जनवरी 2022 या इसके बाद हुआ हो, एकमुश्त कुल 5000/- रूपये की राशि का लाभ दिया जा रहा है।


योजना का लाभ मिलने से माताएं स्वयं एवं बालिका के उत्तम स्वास्थ्य के प्रति पर्याप्त ध्यान दे सकेंगी। इससे बालिका भ्रूण हत्या रोकने और बालिकाओं के जन्म के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करने में मदद मिलेगी। योजना से गर्भावस्था, सुरक्षित प्रसव और स्तनपान की अवधि के दौरान उपयुक्त पद्धतियों, देखरेख एवं सेवाओं के उपयोग को भी बढ़ावा मिलेगा।
योजना का लाभ लेने के लिए माता को प्रसव पूर्व कम से कम एक बार जांच करवाना और बच्चे के जन्म का पंजीयन कराना जरूरी है। इसके साथ ही इच्छुक पात्र महिलाओं को आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीयन कराना होगा। पंजीयन के लिए लाभार्थी स्वयं द्वारा हस्ताक्षरित वचन पत्र/सहमति पत्र तथा सुसंगत दस्तावेजों के साथ निर्धारित प्रारूप में आवेदन भरकर आंगनबाड़ी केन्द्र में दे सकते है। इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्र से निर्धारित फार्म निःशुल्क प्राप्त किया जा सकता है। फार्म महिला एवं बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ की वेबसाईट http://cgwcd.gov.in से भी डाउनलोड किये जा सकते हैं।

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