एनर्जी स्टोरेज के क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए, प्योर ने लॉन्च किए प्योर पॉवर प्रोडक्ट्स


मुंबई, 26 मार्च 2025: इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और स्वच्छ ऊर्जा नवाचार में अग्रणी प्योर ने एनर्जी स्टोरेज के क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए, आज प्योर पॉवर प्रोडक्ट्स की एक नई श्रृंखला लॉन्च की, जो भारत की ऊर्जा परिवर्तन की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए तैयार है।


प्योर पॉवर होम, व्यावसायिक और आने वाले प्योर पॉवर ग्रिड के माध्यम से ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करता है। यह प्रोडक्ट्स भारत के डिकार्बनाइजेशन और नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों की दिशा में विश्वसनीय, स्केलेबल और सतत एनर्जी स्टोरेज को बढ़ावा देने वाले प्रोडक्ट्स की महत्वपूर्ण आवश्यकता को पूरा करता है।
प्योर उन्नत एनर्जी स्टोरेज प्रोडक्ट्स तक पहुँच को सभी के लिए संभव बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और अगले 18 महीनों में पूरे भारत में 300 से ज्यादा संपर्क बिंदु स्थापित करने की योजना बना रहा है। प्योर पॉवर होम की कीमत 74,999 रुपए (एक्स-फैक्टरी) से शुरू होती है।


लॉन्च के अवसर पर प्योर के फाउंडर और एमडी डॉ. निशांत डोंगरी ने कहा, “प्योर पॉवर सिर्फ एक एनर्जी स्टोरेज प्रोडक्ट ही नहीं है, बल्कि यह भारत के डिकार्बनाइजेशन लक्ष्यों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। अत्याधुनिक बैटरी तकनीक और पॉवर-इलेक्ट्रॉनिक्स से घरों, व्यवसायों और ग्रिड को सशक्त बनाकर, प्योर देश को कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सक्षम बना रहा है।”
प्योर के को-फाउंडर और सीईओ श्री रोहित वडेरा ने कहा, “प्योर पॉवर सरकार की नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने और एनर्जी स्टोरेज के एकीकरण को बढ़ावा देने विजन के अनुरूप है। यह प्रोडक्ट सौर ऊर्जा को प्रभावी ढंग से संग्रहीत करने से लेकर व्यवसायों को स्थायी संचालन में बदलने तक, एक स्मार्ट और हरित ऊर्जा परिदृश्य को आकार दे रहा है।”

इस विस्तार से स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और प्योर पॉवर प्रोडक्ट्स के व्यापक उपयोग को सक्षम बनाया जाएगा।
प्योर पॉवर के साथ, प्योर एनर्जी स्टोरेज नवाचार में एक नया मानक स्थापित कर रहा है, क्योंकि यह बैटरी तकनीक, पॉवर-इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक पॉवर सिस्टम, सौर नियंत्रण और एआई को एक ही प्रोडक्ट में जोड़ता है, जो डिज़ाइन और मेक इन इंडिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
देश की अक्षय ऊर्जा क्षमता 2030 तक 500 गीगावॉट से अधिक होने के साथ, प्योर पॉवर जैसे ईएसएस प्रोडक्ट्स ऊर्जा आपूर्ति और माँग को संतुलित करने, ग्रिड को स्थिर करने और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्योर पॉवर होम एक अत्याधुनिक एनर्जी स्टोरेज प्रोडक्ट है, जो आधुनिक घरों की बढ़ती ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करता है। इसमें एसी, गीजर, भारी रसोई उपकरण, लिफ्ट आदि जैसे उच्च सर्ज लोड को संचालित करने की क्षमता है। यह रूफटॉप सोलर के साथ सहज एकीकरण के लिए डिज़ाइन किया गया है।
3 केवीए, 5 केवीए और 15 केवीए क्षमताओं में उपलब्ध, प्योर पॉवर होम 24/7 निर्बाध बिजली सुनिश्चित करता है और आधुनिक स्टाइल और कॉम्पैक्ट डिज़ाइन के साथ आकर्षक रंगों में आता है।
रखरखाव-मुक्त और ऐप-सक्षम निगरानी और पूर्वानुमानित / क्लाउड एआई के माध्यम से 10 से अधिक वर्षों के उन्नत जीवन चक्र के साथ, यह भारतीय परिवारों को विश्वसनीय एनर्जी प्रोडक्ट्स प्रदान करता है, जो बिजली की लागत को कम करते हैं और हरित भविष्य में योगदान देते हैं।
सस्टेनेबिलिटी को अपनाते हुए परिचालन दक्षता बढ़ाने का लक्ष्य रखने वाले व्यवसायों के लिए, प्योर पॉवर कमर्शियल 25 केवीए से 100 केवीए तक की क्षमता वाले एनर्जी स्टोरेज प्रोडक्ट्स प्रदान करता है। अक्षय ऊर्जा उपयोग को अनुकूलित करके और डीजल जनरेटर पर निर्भरता को कम करके, यह प्रोडक्ट कार्यालयों, स्वास्थ्य सुविधाओं, दूरसंचार टावरों और खुदरा परिसरों सहित विविध जरूरतों को पूरा करता है।
उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स से सुसज्जित, यह पीक लोड संतुलन को सक्षम करता है तथा केंद्रीय एसी, लिफ्ट और ईवी चार्जिंग अवसंरचना जैसी महत्वपूर्ण प्रणालियों का समर्थन करता है।
वर्ष 2026 में लॉन्च होने के लिए तैयार, प्योर पॉवर ग्रिड भारत में बड़े पैमाने की ऊर्जा चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में प्योर का महत्वाकांक्षी कदम है। जैसे-जैसे भारत का ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर सौर और पवन ऊर्जा के तेजी से विस्तार के अनुकूल हो रहा है, वैसे-वैसे प्योर पॉवर ग्रिड को स्थिर करने, पीक लोड को प्रबंधित करने और अक्षय ऊर्जा एकीकरण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
4 एमडब्ल्यूएच तक की क्षमता वाले कॉम्पैक्ट कंटेनर-आधारित प्रोडक्ट्स के रूप में पेश किया गया, प्योर पॉवर ग्रिड राज्य उपयोगिताओं, औद्योगिक उपभोक्ताओं, माइक्रो-ग्रिड और सौर / पवन पार्कों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह फ्रीक्वेंसी रेगुलेशन को सक्षम बनाता है, ट्रांसमिशन हानियों को कम करता है और ग्रिड की विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है। इस तरह यह भारत के डिकार्बनाइजेशन लक्ष्यों के साथ पूरी तरह से मेल खाता है और एक स्थायी भविष्य के लिए इसके ऊर्जा संबंधी इन्फ्रास्ट्रक्चर को और भी बेहतर बनाता है।