राहुल ने वारंगल में की छत्तीसगढ़ सरकार की तारीफ़, मुख्यमंत्री पर साधा निशाना…

वारंगल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को वारंगल में के चंद्रशेखर राव सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज तेलंगाना में कहा जाता है कि मुख्यमंत्री है लेकिन ये मुख्यमंत्री नहीं बल्कि ये राजा है। राजा और मुख्यमंत्री में क्या फर्क होता है…मुख्यमंत्री जनता की आवाज़ को सुनता है और राजा जनता की आवाज़ नहीं सुनता बल्कि वो जो करना चाहता है वो करता है। इसी बीच उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की तारीफ़ भी की।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आपके मुख्यमंत्री किसानों की आवाज़ नहीं सुनते हैं। तेलंगाना का किसान कह रहा है कि उनको मिर्ची और धान के लिए सही दाम चाहिए तथा कर्ज माफ होना चाहिए। कांग्रेस की जैसी ही यहां सरकार बनेगी वैसी ही किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ होगा और सही एमएसपी मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में किसानों की विधवाएं रो रही हैं, हजारों हैं जिनके पतियों ने आत्महत्या की, इसकी जिम्मेदारी किसकी है?

वहीं छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार की तारीफ़ करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में हमारी कांग्रेस सरकार है। हमने वहां दो वायदे किए थे, किसानों का कर्जा माफ किए। किसानों ने हमें कहा कर्जा माफी की जरूरत है, हमने उनकी आवाज सुनी। आज आप छत्तीसगढ़ जाए वो आपको बताएंगे की धान की क्या कीमत मिलती है।

राहुल गांधी ने कहा कि हम चुनाव में टीआरएस को गिरा देंगे और यहां पर कांग्रेस और टीआरएस के बीच सीधी लड़ाई होगी… जिस व्यक्ति ने तेलंगाना के सपने को बर्बाद किया है और युवाओं से लाखों-करोड़ों की चोरी की है, हम उन्हें माफ नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना के सपने को पूरा करने के लिए लोगों ने अपना खून और आंसू बहाए हैं और इसके लिए संघर्ष किया है। हम भी आपके साथ खड़े रहे। आखिरकार कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी ने अपने लोगों को एक नया राज्य दिया, यह जानते हुए भी कि इससे हमें नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि चुनाव में कांग्रेस का टिकट योग्यता के आधार पर दिया जाएगा, चाहे आप कितने भी शक्तिशाली हों या आप कितने भी बड़े क्यों न हों। गरीबों, किसानों के साथ नहीं तो कांग्रेस का टिकट नहीं मिलेगा।

भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा जानती है कि कांग्रेस उनके साथ कभी समझौता नहीं करेगी, इसलिए वह तेलंगाना में टीआरएस की सरकार चाहती है। इसका प्रमाण यह है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री जितना चाहें उतना पैसा चुरा सकते हैं और भाजपा सरकार उनके पास ईडी नहीं भेजती है।