रायपुर। वाणिज्य एवं उद्योग तथा बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने शुक्रवार को बस्तर जिले में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आयोजित बैठक में मंत्री लखमा ने कहा कि राज्य शासन की मंशा लोगों की बेहतर सेवा है और यह कार्य शासन की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से ही संभव है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, रोजगार के साथ ही लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित होकर कार्य कर रही है। उन्होंने इन योजनाओं के क्रियान्वयन की बेहतर निगरानी करने के निर्देश भी दिए। शासन द्वारा कुपोषण को दूर करने के लिए आंगनबाड़ियों के माध्यम से बच्चों को भोजन में अंडा प्रदाय करने की योजना प्रारंभ की गई। अंडा आपूर्ति के लिए क्षेत्र के महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों को मुर्गीपालन के लिए प्रोत्साहित किया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम भी दिख रहे हैं। क्षेत्र में मुर्गीपालन को बढ़ावा मिलने के कारण अब सुरक्षा कैंपों में भी इसकी आपूर्ति प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने मुर्गीपालन के साथ ही बकरी पालन, मछलीपालन, पशुपालन के लिए भी ग्रामीणों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में तेजी से सुधार हो।
उद्योग मंत्री लखमा ने खाद-बीज के भण्डारण की समीक्षा करते हुए कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खाद-बीज के लिए किसानों को किसी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने नरवा, गरुआ, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की भी समीक्षा की तथा वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट के उत्पादन और उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट के निर्माण का कार्य कर रही स्व-सहायता समूह की महिला सदस्यों का भुगतान अविलंब करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने गौठानों में संचालित रोजगारमूलक अन्य कार्यों की भी विस्तारपूर्वक समीक्षा की। उन्होंने गर्मी के दौरान पेयजल की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही जल जीवन मिशन के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी और उचित मूल्य की दुकान के नए स्वीकृत भवनों के साथ अन्य स्वीकृत सभी कार्यों को समय-सीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए। मंत्री लखमा ने तेंदूपत्ता संग्रहण, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर वनोपज खरीदी की समीक्षा की। उन्होंने रागी, कोदो-कुटकी के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही खरीदी की भी समीक्षा की। उन्होंने किसानों को रागी, कोदो-कुटकी सहित अन्य लघु धान्य फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया।
इस अवसर पर बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव रेखचंद जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा प्राधिकरण के अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार, चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, महापौर श्रीमती सफीरा साहू, नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती कविता साहू, कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मीणा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
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