रायपुर । महिला-बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया अपने दो दिवसीय बस्तर प्रवास के पहले दिन 5 मई को अपनी प्रभार के जिले उत्तर बस्तर कांकेर पहुंची। उन्होंने जिला कार्यालय में शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की समीक्षा की और अधिकारियों को जनसमस्या व शिकायतों के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए।
श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। प्रकरण नियमों के अनुरूप नहीं होने पर हितग्राही को स्पष्ट रूप से बता दें, ताकि उसे अनावश्यक भटकना न पड़े। उन्होंने सभी अधिकारियों कोे संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करने कहा जिससे नागरिकों को जल्द से जल्द योजनाओं का लाभ मिल सके। कलेक्टर चन्दन कुमार ने योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि नरवा कार्यक्रम के अंतर्गत प्रथम चरण में 2465 और द्वितीय चरण में 2480 कार्य पूर्ण हो चुके है। गोधन न्याय योजना के तहत गौठानों को मल्टी एक्टीविटी सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। 389 गौठानों में गोबर की खरीदी की जा रही है, जिससे अब तक 48 हजार 183 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जा चुका है। जिले में 290 आंगनबाड़ी भवन बनाया जाना है, इसमें से 47 भवन पूर्ण हो चुके हैं। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के अंतर्गत 75 डेडीकेटेड टीम हाट-बाजारों में पहुंचकर मरीजों का उपचार कर रही है। अब तक 190 हाट-बाजारों में 02 लाख 17 हजार मरीजों का उपचार किया गया है।
ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत कुपोषित बच्चों तथा गर्भवती व पोषक माताओं को पौष्टिक गर्म भोजन और कोदो की खिचड़ी और रागी का हलवा दिया जा रहा है, इससे कुपोषण की दर में लगभग 13 प्रतिशत की कमी आई है। जिले में डीएमएफ मद से 125 घोटुल एवं 186 देवगुड़ी बनाए जा रहे है। राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के अंतर्गत 07 हजार 124 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। जिले में 28 हजार 17 वन अधिकार मान्यता पत्र, 06 हजार 327 सामुदायिक वन अधिकार तथा 383 वन संसाधन हक प्रदान किये गये हैं। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष हेमंत धु्रव, कांकेर नगरपालिका की अध्यक्ष श्रीमती सरोज ठाकुर और जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुभद्रा सलाम, सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थितथे।
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