देश के विभिन्न शहरों में कोरोना के मरीज बढ़ने लगे हैं। सरकार और प्रशासन अलर्ट पर है और लोगों से अपील की जा रही है कि वे नियमों का पालन करें। इस बीच, सबसे बड़ा सवाल यह उठा है कि क्या स्कूल एक बार फिर बंद करने पड़ेंगे? दिल्ली, एनसीआर समेत उत्तर प्रदेश के जिन शहरों में केस बढ़ रहे हैं, वहां पालक मांग कर रहे हैं कि एक बार फिर ऑफलाइन क्लासेस शुरू की जाए। पालक अनिश्चितिता के दौर में अपने बच्चों की जान जोखिम में डालना नहीं चाहते हैं। इस बीच, बुधवार का दिन दिल्ली के लिए अहम होने जा रहा है।
बुधवार को राजधानी में दिल्ली आपदा प्रबंधन (डीडीएमए) की बैठक होने जा रही है। बैठक में एक बार मास्क लगाना ्अनिवार्य करने पर मंंथन होगा। साथ ही ऑनलाइन और ऑफलाइन क्लासेस लगाने के स्कूलों के हायब्रिड मॉडल पर विचार-विमर्श किया जाएगा। हाल के दिनों में दिल्ली के कुछ स्कूलों में बच्चे और टीचर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद पालकों में डर है।
कोविड -19 की चौथी लहर के डर के बीच उत्तर प्रदेश और हरियाणा ने सोमवार (18 अप्रैल, 2022) को अपने कुछ जिलों में मास्क अनिवार्य कर दिया। ये यह नियम सभी पर लागू होंगे, खासकर स्कूलों में। यूपी ने 6 एनसीआर जिलों के साथ ही लखनऊ में मास्क अनिवार्य किया है। इसकी जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राजधानी लखनऊ और एनसीआर के छह जिलों में सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के लिए फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अंतर्गत आने वाले जिलों में कोरोना केस में वृद्धि देखी जा रही है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने गौतम बौद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और राजधानी लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया है।
इसी तर्ज पर हरियाणा सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले चार जिलों में फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। राज्य में सोमवार को 234 मामले दर्ज होने के बाद यह निर्णय लिया गया, जिनमें से 198 अकेले गुरुग्राम में सामने आए जबकि 21 फरीदाबाद से थे। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि गुरुग्राम के साथ ही फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर जिलों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
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