अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कोरबा के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा ज़िला कलेक्टर क़ो निजी विद्यालय द्वारा संचालित स्कूल बस की मनमानी फ़ीस को लेकर सौंपा ज्ञापन। अभाविप ज़िला संयोजक मोंटी पटेल ने कहाँ है कि हमारे कोरबा जिला में अनेको निजी विद्यालय संचालित हो रहा है , छात्र / छात्राऐं एवं उनके पालक उनके उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए उचित शिक्षा मुहैया कराने के उद्देश्य से अपने सामर्थ अनुसार निजी विद्यालय में प्रवेश दिलाये है , जिसमें निजी विद्यालय द्वारा विद्यालय में संचालित निजी बस के मासिक फीस को डीजल में वृद्धि होने का एवं महंगाई दर बढ़ जाने का हवाला देकर बस का फीस बढ़ाया जा रहा है , जिस पर रोक लगाई जावे।
हमारे द्वारा विद्यार्थियों के हित में निम्नानुसार मांग रखी गई है :
- सभी निजी विद्यालय , निजी बसों का मासिक किराया कि.मी. दूरी के हिसाब से न्यूनतम दर पर किराया तय करने तथा उसकी सूचना / दर को विद्यालय के सूचनापटल पर चस्पा करें ।
02 . निजी विद्यालय प्रबंधन स्कूल बस को अपने व्यवसायिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए मनमाने ढंग से फीस बढ़ाकर संचालन किया जा रहा है जो छात्र हित में अनुचित है जिस पर रोक लगे, - निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा मनमाने ढंग से स्कूल फीस ली जा रही है जबकि विद्यालय प्रबंधन नो-प्रोफिट-नो-लॉस के नियम पर आधारित है, इस प्रकार विद्यालय प्रबंधन को स्कूल फीस में एकरूपता व पादर्शिता लागू की जावे। जबकि ऐसा न कर भिन्न भिन्न फीस मनमाने ढंग से वसूली की जा रही है ।मोंटी पटेल में यह भी कहाँ विद्यालय प्रबंधन को निजी बसों में सुप्रीम कोर्ट के गाईडलाईन के अनुसार नियमों का सशर्त पालन करायी जाये तथा परिवहन विभाग से समय समय पर सभी बसों की जांच करायी जावे, अनियमिता पाये जाने पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जावे।
ज़िला संयोजक ने कहाँ उपरोक्त बिंदुओं पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् छात्र हित में उचित कार्यवाही की मांग करती है , निजी विद्यालय प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार की अनियमिता बरती जाती है तो उस पर हम उग्र आंदोलन के लिए अग्रसर होंगे। ज्ञापन सौंपने के समय नगर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, नगर उपाध्यक्ष करन गुप्ता, नगर मंत्री अभिषेक तिवारी व इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित रहें॥
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