बाघ के हमले से किसान गंभीर रूप से घायल, गुस्साए ग्रामीणों ने किया 6 घंटे चक्काजाम
बालाघाट। एक किसान बाघ के हमले का शिकार उस वक्त हो गया, जब वह अपने पालतू मवेशियों को चराने जंगल में गया था. इसी दौरान अचानक खूंखार बाघ ने उस पर हमला बोल दिया. इससे वह बुरी तरह घायल हो गया. इस हमले में किसान ने अपनी एक आंख भी खो दी है. इससे गुस्साए ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया. ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों से अपनी पीड़ा बयां की है.
घायल को नागपुर रेफर किया
विकास निगम लामता परियोजना मंडल बालाघाट परिक्षेत्र लालबर्रा की सीमा में कंजई से भांडामुर्री के सागरताल तालाब के पास लिपटन के जंगल में भांडामुर्री निवासी 50 वर्षीय सुक्कलचंद पिता श्रीराम बोरवार पर बाघ ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घायल के चेहरे व गर्दन में अत्यधिक चोटें आई हैं. इससे अत्यधिक खून बहता रहा. उसकी एक आंख भी फूट गई है. ग्रामीणों द्वारा एंबुलेंस 108 को सूचना दी गई. 108 एंबुलेंस के समय पर न पहुंचने से ग्रामीणों की सूझबूझ व मदद से घायल को उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लालबर्रा ले जाया गया, जिसके बाद वहां से जिला चिकित्सालय ले जाया गया. गम्भीर चोटों के चलते उसे मेडिकल कालेज नागपुर रेफर कर दिया गया.
इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने बालाघाट
सिवनी राज्य मार्ग पर विरोध प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम कर दिया. इसके बाद समस्त आला अधिकारी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे गए. इस कारण 6 घंटे आवागमन बाधित रहा. बालाघाट सिवनी मार्ग पर आवागमन करने वालों को काफी परेशान होना पड़ा. प्रशासनिक अमला लगभग दो घंटे बाद प्रदर्शन स्थल पर पहुंचा. अधिकारियों के आश्वासन पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन स्थगित किया. घायल की हालत गंभीर बताई जा रही है. इस दौरान ग्रामीणों ने कहा गया कि अगर किसी का मवेशी जंगली जानवर के शिकार से मर जाए तो केस पास कराने के लिए भी अधिकारियों और चौकीदारों को पैसे देने पड़ते हैं. ग्रामीणों की बात सुनकर अनुविभागीय अधिकारी द्वारा मामले को गंभीर बताया गया.
[metaslider id="347522"]