UPTET Result 2021 date : जारी हुई यूपीटीईटी रिजल्ट की डेट, इस दिन updeled.gov.in पर होगा घोषित

UPTET Result 2021 date : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा ( यूपीटीईटी ) 2021 का रिजल्ट 8 अप्रैल को घोषित होगा। अभ्यर्थी updeled.gov.in पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकेंगे। शासन की अनुमति मिलने के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने रिजल्ट जारी करने की तैयारी शुरू कर दी है। विषय विशेषज्ञों की रिपोर्ट के आधार पर संशोधित उत्तरकुंजी कल गुरुवार को और शुक्रवार को परिणाम घोषित होगा। करीब 18 लाख परीक्षार्थी बेसब्री से यूपीटीईटी रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।

UPTET Result 2021: रिजल्ट ऐसे करें चेक


– आधिकारिक वेबसाइट updeled.gov.in या पर जाएं।
– यहां रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें
– अपना रोल नंबर समेत सभी डिटेल्स डालें। सब्मिट करने पर आपका रिजल्ट स्क्रीन पर आ जाएगा। 

22 दिसंबर के शासनादेश के अनुसार 23 फरवरी को संशोधित उत्तरकुंजी और 25 फरवरी को परिणाम घोषित होना था। लेकिन विधानसभा चुनाव के कारण परिणाम जारी नहीं हो सके थे। चुनाव के बाद शपथ ग्रहण और मंत्रिमंडल गठन में समय लग गया। अनु सचिव शासन धर्मेन्द्र मिश्र ने बुधवार के अपने पत्र में यूपी-टीईटी की संशोधित उत्तरकुंजी गुरुवार को और परिणाम शुक्रवार को जारी करने की अनुमति सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को दे दी है। 23 जनवरी को आयोजित यूपी-टीईटी में 21,65,179 अभ्यर्थियों में से 18,22,112 सम्मिलित हुए थे। कोरोना के कारण 2020 में टीईटी नहीं हो सकी थी जबकि पेपर लीक होने के कारण 28 नवंबर को यूपी-टीईटी 2021 स्थगित करनी पड़ी थी।

सोशल मीडिया पर गुस्साए अभ्यर्थी 


रिजल्ट में देरी को लेकर सोशल मीडिया पर अभ्यर्थी पिछले कुछ दिनों से अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहले चुनाव, फिर परिणाम, उसके बाद विभागों का बंटवारा… उसके बाद भी रिजल्ट जारी नहीं हो पा रहा है। नई भर्तियों की बात बाद में करें, पहले यूपीटीईटी का रिजल्ट जारी होना चाहिए। यह परीक्षा तीन सालों से लटकी हुई है। 

जानें कैसा रहा था यूपीटीईटी 2019 का रिजल्ट


इंतजार के बीच पिछली बार के UPTET Result पर भी गौर कर लेना चाहिए। पिछली बार यूपीटीईटी 2019 में 23.41 फीसदी परीक्षार्थी पास हुए थे।  उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2019 राज्य भर में 1514716 परीक्षार्थियों ने दी थी। इनमें से 354703 अभ्यर्थी पास हुए थे। प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 29.74 प्रतिशत तो उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में मात्र 11.46 प्रतिशत परीक्षार्थी ही सफल हुए थे।