गोरेगांव 31 मार्च (वेदांत समाचार) महाराष्ट्र के गोरेगांव स्थित वनराई पुलिस ने एसबीआई एटीएम वेंडिंग सेंटर को लूटने और फिर सबूत मिटाने के लिए मशीन को आग लगाने के आरोप में तीन एटीएम कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। लूट की वारदात को इसी साल 10 फरवरी को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने कहा कि तीनों आरोपी ने पहचान और गिरफ्तारी से बचने के लिए एक शातिर योजना बनाई थी। बताया जा रहा है कि तीनों एटीएम कर्मियों ने प्रधान कार्यालय से बैंक कर्मियों को झांसा देकर पासवर्ड ले लिया, फिर 77 लाख रुपये लूट लिए। इन सभी पर आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत चोरी और आपराधिक साजिश के अलावा अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
10 फरवरी को जब गोरेगांव के एसबीआई एटीएम केंद्र में आग लगने की सूचना मिली तो पुलिस और दमकल के अधिकारी आनन-फानन में वहां पहुंचे। आग पर काबू पाने के बाद बैंक अधिकारियों ने एटीएम वेंडिंग मशीन की जांच की, जो जली हुई थी, लेकिन कैश वॉल्ट बंद था। वहीं जब एक बैंक तकनीशियन मशीन का निरीक्षण करने के लिए मौके पर पहुंचा, तो उसने कंपनी के संरक्षक ऋतिक यादव के सामने उसे खोला। जब मशीन खोली गई, तो उन्होंने पाया कि वह खाली थी क्योंकि टेलर मशीन में केवल 500 रुपये के कुछ नोट पाए जाने के साथ ही बड़ी मात्रा में नकदी चोरी हो गई थी। जबकि डीवीआर जल गया था, कोई फुटेज उपलब्ध नहीं था लेकिन मशीन में लगे कैसेट अग्निरोधक थे जिससे यह खुलासा हो गया कि तीन लोगों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया है।
एटीएम के तीन कर्मियों ने ही दी लूट की वारदात को अंजाम
कैसेट की जांच करने पर यह पता चला कि कंपनी के संरक्षक-प्रभाकर, यादव और सोनावाले, जिन्होंने कथित तौर पर मशीन तक पहुंचने के लिए प्रधान कार्यालय से पासवर्ड लिया और बाद में दो एटीएम मशीनों से 77 लाख रुपये लूट लिए।
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