पुलिस है या जल्लाद! सट्टा खिलाने के आरोप दो युवक को थाने पकड़कर ले आई पुलिस, फिर बेहरमी से की पिटाई,

31 मार्च (वेदांत समाचार) मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में एक बार फिर खाकी की बर्बरता का मामला सामने आया है. जिले के धनपुरी पुलिस पर सट्टे के मामले में पकड़े गए 2 युवकों के साथ बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगा है. पुलिस की पिटाई के दौरान युवकों के शरीर में लगे गहरे निशान इस बात की गवाही दे रहे है. बेरहम पुलिस ने युवकों को जानवरों की तरह पीटा है. पुलिस के इस जुल्म की शिकायत युवकों ने जिले के एसपी से लेकर डीजीपी तक की है और न्याय की गुहार लगाई है.

धनपुरी थाना क्षेत्र के रहने वाले राज कुमार महरा और अजय विश्वकर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया कि 25 मार्च के ज्वालामुखी मंदिर के पास एक पान के टपरे में खड़े थे, तभी धनपुरी पुलिस दल बल के साथ आकर दोनों को सट्टा खिलाने के झूठे आरोप में थाने ले गई. जहां कार्रवाई करते हुए दोनों युवकों को जानवरों की तरह पीटा. जिससे युवकों के शरीर में मारपीट के गहरे जख्म हो गए.

पुलिस के इस जुल्म की शिकायत युवकों ने जिले के एसपी से लेकर डीजीपी तक करते हुए न्याय की गुहार लगा रहे है. इस पूरे मामले में पुलिस खुद पर लगे सभी आरोपों को निरधार बता रही है. लेकिन अपने पक्ष में कैमरे के सामने कुछ भी कहने से मना कर रहे है. 

बहरहाल मामला चाहे जो भी हो, लेकिन युवकों के शरीर में मारपीट जख्म इस बात की गवाही दे रहे हैं कि युवकों के साथ बेरहमी से पिटाई हुई है. फिर चाहे युवकों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाने के लिये खुद को इस तहर से पीट हो या फिर सचमुच पुलिस ने ही युवकों को जनवरों की तरह पीटा हो. यह तो जांच का विषय है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि जब पुलिस पर लगे आरोप को पुलिस के अधिकारी जांच कर न्याय की गुहार लगा रहे युवकों को न्याय दिलाकर दोषियों पर कार्रवाई करेंगे या फिर नहीं.