नई दिल्ली 29 मार्च (वेदांत समाचार)। यूक्रेन में रूस के किए जा रहे हमलों के निशान हर तरफ मौजूद हैं। मलबों में तब्दील इमारतें इन शहरों पर हुए ताबड़तोड़ हमलों की गवाही दे रही हैं। यूक्रेन के कुछ शहरों को इस बमबारी की बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी है। यूक्रेन सरकार के अनुसार, अकेले मारियुपोल में ही रूसी हमलों की वजह से पांच हजार लोगों की मौत हो चुकी है
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यूक्रेन के दक्षिण पूर्व शहर मारियुपोल के स्थानीय अधिकारियों के अनुसार रूस की ओर से किए जा रहे हवाई हमलों में 210 बच्चों समेत करीब 5,000 लोग मारे जा चुके हैं। यूक्रेन की स्थानीय मीडिया जानकारी दी है कि ‘मारियूपोल के स्थानीय प्रशासन से जारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक रूसी बमबारी व हवाई हमलों में करीब 5000 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 210 बच्चे भी हैं। इस शहर में 1 मार्च से ही गतिविधियां पूरी तरह बंद हैं।
शांतिवार्ता से यूक्रेन को सीजफायर की उम्मीद
मंगलवार की सुबह होने से पहले ही यूक्रेन में सायरन की आवाज गूंजने लगी। वहीं, तुर्की में मंगलवार को ही यूक्रेन व रूस के वार्ताकारों की आमने सामने मुलाकात होनी है। इस दौरान कीव की ओर से सीजफायर की पेशकश की जाएगी, लेकिन अपने देश व यहां की सौहार्द्रता को सुरक्षित रखते हुए। उल्लेखनीय है कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी देशों की ओर से रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। रूसी तेल व गैस पर पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों से पहले राष्ट्रपति वलादिमीर पुतिन ने एलान किया था कि गैस के लिए पश्चिम को रुबल्स में भुगतान करना होगा।
भूखे रहने को मजबूर हैं बच्चे
मारियुपोल के मेयर ने बताया कि शहर में करीब 1 लाख 60 हजार लोग फंस गए थे। यहां के एक दुकानदार ने बताया, ‘शहर में बच्चों विशेषकर शिशुओं के लिए खाने-पीने का सामान नहीं है। बच्चों की डिलीवरी तक बेसमेंट में कराई जा रही है, क्योंकि सारे मैटरनिटी अस्पताल रूसी हमलों में ध्वस्त हो गए।’ वहीं, संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि खारकीव में वह खाने का सामान और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने में सक्षम है।