दिल्ली पुलिस ने महाराष्ट्र के नासिक से कथित तौर पर लगभग 1,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में एक 42 वर्षीय जालसाज को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि शख्स की पहचान उत्तर प्रदेश के नोएडा में रहने वाले पीयूष तिवारी उर्फ पुनीत भारद्वाज के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, पीयूष उर्फ पुनीत वर्तमान में नासिक में रह रहा था।
दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के नोएडा निवासी पीयूष तिवारी उर्फ पुनीत भारद्वाज दिल्ली, यूपी और पंजाब में दर्ज 30 से ज्यादा धोखाधड़ी के मामलों में वांछित था। इसके अलावा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 50,000 रुपये के इनाम की घोषणा भी की थी। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में पीयूष तिवारी उर्फ पुनीत भारद्वाज ने अपनी पूरी कहानी बताई है।
पुलिस उपायुक्त (उत्तर) सागर सिंह कलसी ने जालसाज की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि पीयूष तिवारी नासिक में रह रहा है। इसके बाद पुलिस ने टीम बनाई और उन्होंने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। जिसके बाद मंगलवार को पीयूष तिवारी उर्फ पुनीत भारद्वाज को नासिक से पकड़ लिया गया।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि पीयूष तिवारी उर्फ पुनीत भारद्वाज ने शुरुआत में दिल्ली में एक विज्ञापन एजेंसी शुरू की थी। फिर कुछ सालों बाद 2011 में उसने पूरा पैसा नोएडा में फ्लैट्स बनाने में लगा दिया और एक बिल्डर के रूप में शुरुआत की। इसके बाद पीयूष ने साल 2018 तक 15-20 शेल कंपनियों के साथ करीब 8 और कंपनियां बनाई थी। इन सारे घटनाक्रमों के बीच साल 2016 में पीयूष तिवारी उर्फ पुनीत भारद्वाज के घर पर आयकर विभाग ने छापेमारी की थी।
इस मामले में आयकर विभाग ने लगभग 120 करोड़ की जब्ती की थी। पुलिस ने बताया कि पीयूष उर्फ पुनीत ने जालसाजी के दौरान एक ही फ्लैट को कई खरीददारों को बेच दिया था और उनसे पैसे वसूल किये थे। जब उस पर अलग-अलग जगहों पर मामले दर्ज हुए तो वह नासिक भाग गया था। पुलिस ने बताया कि पीयूष की पत्नी भी धोखाधड़ी के कई मामलों में शामिल थी और फिलहाल जेल में बंद है।
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