देश में पिछले 24 घंटों में अचानक बढ़ा कोरोना से मौत का आंकड़ा, 4100 लोगों की गई जान- 1660 लोग हुए संक्रमित

देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1,660 नए मामले सामने आए हैं और 4100 लोगों की कोरोना से मौत (Covid Death) हुई हैं,जिसके बाद से देश में कुल 5,20,855 मौतें दर्ज की गई हैं. बता दें 4100 मौतों में महाराष्ट्र और केरल के बैकलॉग मामले जोड़े गए हैं. महाराष्ट्र में 4005 जबकि केरल में 79 बैकलॉग मौतें हुईं. वहीं 2,349 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं. जिसके बाद कोरोना से कुल रिकवर होने वालों की संख्या 4,24,80,436 हो गई है. एक्टिव केस (Active Case In India) की संख्या 16,741 हो गई है. वहीं 1,660 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना से कुल संक्रमित केस 4,30,18,032 हो चुके हैं. वैक्सीनेशन की अगर बात की जाए तो देश में कुल 1,82,87,68,476 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है.

कल के मुकाबले आज कोरोना के नए मामलों में मामूली गिरावट दर्ज की गई है. देश में कोरोना के कल 1,685 नए मामले आए थे और 83 लोगों की मौत हुई थी. जिसके बाद देश में कुल 4,24,78,087 लोग संक्रमण से मुक्त हुए थे और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत के आस-पास थी.इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को बताया कि अब तक 12-14 साल के एक करोड़ से अधिक बच्चों को कोरोना के टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है. जानकारी के मुताबिक, इस आयु वर्ग के लाभार्थियों का टीकाकरण 16 मार्च को शुरू हुआ था. इन्हें कॉर्बोवैक्स टीका लगाया जा रहा है. इस टीके की दूसरी खुराक 28 दिनों के अंतराल पर दी जानी होती है.

बच्चों के वैक्सीनेशन अभियान में तेजी

देश में पिछले साल एक मार्च तक 12 और 13 साल के बच्चों की संख्या 4.7 करोड़ थी. मंडाविया ने ट्वीट किया कि 12-14 आयु वर्ग के एक करोड़ से अधिक बच्चे कोविड वैक्सीन की पहली खुराक ले चुके हैं. टीका लगवाने वाले मेरे सभी युवा योद्धाओं को बधाई. इस गति को जारी रखें!’. वहीं कई देशों ने कोरोना के खिलाफ एक अतिरिक्त खुराक जारी की, जिसे बूस्टर शॉट के रूप में भी जाना जाता है. यह उन्हें लगाया गया जो पहले से ही टीकाकरण करा चुके थे.

दिसंबर के अंत में जब ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से फैल रहा था, तब चीन की SinoVac इससे मुकाबला करने में काफी हद तक असफल रही. हांगकांग विश्वविद्यालय की ओर से किए गए अध्ययन के अनुसार, SinoVac ओमिक्रॉन के खिलाफ एंटीबॉडी विकसीत करने में नाकाम साबित हुई. इसके अलावा, यह उन लोगों में पर्याप्त स्तर की सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रही, जिन्हें पहले ही इसकी दो खुराक लग चुकी थी. यह निश्चित रूप से चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए अच्छी खबर नहीं है, क्योंकि 2021 तक यहां की 1.6 बिलियन आबादी को 2.6 मिलियन से अधिक खुराक दी है.

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