बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने प्रदेश की अफसरशाही को लेकर फिर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अफसरशाही हावी है या नहीं यह अलग बात है, लेकिन उनके ऊपर सरकार है। काम नहीं करेंगे तो अफसर कहां जाएंगे। उन्हें काम तो करना होगा न। उन्होंने कहा कि अलग-अलग जिलों की अलग-अलग स्थिति है। लेकिन, कलेक्टर को हटाना या रखना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। माना जा रहा है कि कोरबा कलेक्टर से उनके संबंधों और सुकमा में चल रहे विवाद को लेकर उन्होंने यह बात कही है।
राजस्व मंत्री रायपुर से कोरबा जाने के दौरान बिलासपुर स्थित छत्तीसगढ़ भवन पहुंचे थे। वहां उन्होंने खैरागढ़ उप चुनाव और BJP प्रदेश प्रभारी के दौरे सहित तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी। कहा कि भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी आती हैं और चाबुक चलाकर जाती हैं। निश्चित तौर पर विपक्ष की संख्या कम है। फिर भी हर कोई अपना बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करता है। भाजपा में विपक्ष के नेता धरमलाल कौशिक हैं, लेकिन हर कोई उनसे आगे बढ़ने की कोशिश करता है। हर कोई अपने आप को विधानसभा में विपक्ष की नेता बनने की कोशिश में रहते हैं और हल्ला ज्यादा करते हैं।
खैरागढ़ में ठीक नहीं है जोगी कांग्रेस की स्थिति
जय सिंह अग्रवाल ने कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव में 37 साल के अनुभवी मंत्री रवींद्र चौबे को जिम्मेदारी दी गई है। उनके साथ मंत्री कवासी लखमा, अमरजीत सिंह भगत सहित कई कांग्रेस नेता लगे हुए हैं। इस स्थिति में उपचुनाव में कांग्रेस की जीत निश्चित है। उन्होंने कहा कि यहां जोगी कांग्रेस की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं रहेगी। राजस्व मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार में भाजपा शासनकाल से बेहतर काम हो रहा है। यह प्रदेश की जनता भी देखकर रही है और हमारी सरकार में गुणवत्ता के साथ काम हो रहा है।
बिलासपुर से बड़ा है रायपुर नगर निगम
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में नगर निगम के इंजीनियरों से काम लिया जा रहा है। स्मार्ट सिटी काम भी तो आखिरकार नगर निगम का है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर और रायपुर नगर निगम में काफी अंतर है। रायपुर नगर निगम बड़ा है। इसलिए वहां स्मार्ट सिटी के काम को अलग रखा गया है।
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