कोरकोरबा,23 मार्च (वेदांत समाचार)। तेंदूपत्ता संग्रहण से पहले कोरबा जिले में वन कर्मचारी संघ ने अपने तेवर दिखाते हुए काम बंद हड़ताल शुरू कर दी हैं। काफी समय से लंबित 12 मांगों को लेकर कर्मचारी धरना आंदोलन में जुट गए हैं। भारतीय जनता पार्टी कोरबा जिला इकाई ने इनकी मांगों का समर्थन करने के साथ ही प्रदेश सरकार की खिंचाई की है।
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के द्वारा अपनी 12 मांगों को लेकर काफी समय से सरकार का ध्यान आकर्षित किया जाता रहा है लेकिन इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की गई। सरकार के रवैए से नाखुश कर्मचारी संगठन ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में कामकाज ठप करने के साथ आंदोलन शुरू कर दिया गया है। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उसकी नीतियों की आलोचना की। कर्मचारियों की मांगो को भारतीय जनता पार्टी ने जायज ठहराया है। जिला भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव सिंह ने बताया कि इनकी मांगों को लेकर सरकार को गंभीरता दिखाना चाहिए। उनके आंदोलन को हम नैतिक रुप से समर्थन देते हैं।
वर्ष 2023 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनावी सीजन से पहले लंबित मांगों को लेकर विभिन्न कर्मचारी संगठनों के द्वारा सरकार पर दबाव बनाया जाना तेज कर दिया गया है। कर्मचारियों को मालूम है कि किसी भी सरकार के लिए सरकारी कर्मचारी सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं और उन्हें नाराज करने का मतलब क्या होता है यह बात सरकार में बैठे लोग भली-भांति जानते हैं समझते हैं। इसलिए अभी से ही आंदोलन का सिलसिला शुरू हो गया है। संभव है कि अभी से शुरू हुआ आंदोलन का दौर विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले तक यूं ही चलता रहेगा।
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