स्वास्थ्य संयोजक हड़ताल पर, उप स्वास्थ्य केंद्र बंद

बिलासपुर 23 मार्च (वेदांत समाचार) । जिले के सभी स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी हड़ताल पर हैं। वे वेतन विसंगति दूर करने की मांग कर रहे हैं। इसकी वजह से सभी उप स्वास्थ्य केंद्रों में कामकाज बंद है। कोविड टीकाकरण और राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम भी प्रभावित हो रहा है। इसका असर शिशु संरक्षण माह पर भी दिखने लगा है। गर्भवती महिलाएं आयरन फोलिक एसिड टेबलेट और विटामिन ए से वंचित हो रही हैं। कर्मचारियों का कहना है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों को अपने जनघोषण पत्र में शामिल किया था। लेकिन प्रदेश में सरकार बनने के तीन साल बाद भी स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों को पूरा नहीं किया गया है। न ही इस पर किसी प्रकार का निर्णय लिया गया है।

ऐसे में कर्मचारी अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। स्वास्थ्य संयोजक संघ के रविंद्र तिवारी ने बताया कि देश और प्रदेश में कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बेहद महत्वपूर्ण काम किया है। इनके कारण ही महामारी काबू में आ पाई है। उस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने सार्वजिनक रूप से कोरोना भत्ता देने का घोषणा की थी । वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने स्वास्थ्य कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का आश्वासन दिया था। लेकिन अभी तक न तो भत्ता मिला है और न ही वेतन विसंगति को दूर करने कोई भी प्रयास हुआ है। इसकी वजह से कर्मचारी आंदोलन करने को मजबूर हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं की जाती है, हड़ताल जारी रहेगी।

नियमित टीकाकरण भी प्रभावित

स्वास्थ्य संयोजक के हड़ताल का असर नियमित टीकाकरण पर भी पड़ गया है। नियमित टीकाकरण हर मंगलवार और शुक्रवार को आयोजित किया जाता है। मालूम हो कि कोरोना काल में भी बच्चों का टीकाकरण प्रभावित हुआ था। वही मौजूदा स्थिति में छुटे बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा था। लेकिन हड़ताल की वजह से नियमित टीकाकरण भी प्रभावित चल रहा है।

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