उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या 23 मार्च (वेदांत समाचार) में माता सीता की जन्म भूमि सीतामढ़ी (Sitamarhi) में होने वाले जानकी जन्मोत्सव कार्यक्रम का निमंत्रण बुधवार को अयोध्या के साधु संतों को मिला. माता सीता की प्राकट्य स्थली सीतामढ़ी में श्री जानकी जन्मोत्सव आयोजन समिति के तत्वाधान में आयोजित होने वाली श्री जानकी जन्मोत्सव के कार्यक्रम में राम जन्मभूमि अयोध्या धाम के संत महंत और धर्म आचार्यों तथा विश्व हिंदू परिषद के नेताओं के सम्मिलित होने का निमंत्रण लेकर आज अयोध्या धाम में लगभग 5 दर्जन जानकी पुत्रों का एक दल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के पास पहुंचा.
जहां अयोध्या धाम के प्रमुख साधु-संतों के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद के नेताओं की मुलाकात की और उन्हें सीतामढ़ी में आयोजित होने वाले जानकी जन्मोत्सव में सम्मिलित होने का निमंत्रण दिया. इस दौरान मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास, निर्वाणी अनी अखाड़ा के श्री महंत धर्मदास महाराज, कारसेवक पुरम में विहिप के नेता पुरुषोत्तम नारायण ,विहिप के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा राम वल्लभा कुंज के अधिकारी महंत राजकुमार दास गोलाघाट के महंत सिया किशोरी शरण हनुमानगढ़ी के कल्याण दास महाराज दशरथ महल के महंत देवेंद्र चार्य महाराज महंत राम विलास वेदांती कनक भवन के पुजारी दिनेश महाराज समेत अन्य साधु संतों से मिलकर सीतामढ़ी की ओर से प्रसाद का देउरा समर्पित किया गया.
10 मई को जानकी नवमी के दिन होगा महोत्सव
साथ ही मिथिला का पग और अंग वस्त्र पहनाकर अयोध्या के साधु संतों का सीतामढ़ी से आए जानकी पुत्रों ने सम्मानित किया और उन्हें निमंत्रित किया है. अयोध्या धाम के पूज्य संतों महंतों और विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों से विनम्र आग्रह किया गया है कि सभी 10 मई 2022 को जानकी नवमी पर सीतामढ़ी पधारें और महोत्सव में शामिल हों जिससे अयोध्या और सीतामढ़ी के नागरिकों के बीच संवाद हो और अयोध्या और सीतामढ़ी के लोग और समीप आए.
राम जन्मभूमि और सीता जन्मभूमि को रेल मार्ग से जोड़ा जाए
अयोध्या के साधु-संतों ने सीतामढ़ी पहुंचने का आश्वासन दीया है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बयान जारी किया है, और कहा है कि अयोध्या धाम के संतों का एक समूह जल्द ही अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह और केंद्रीय रेल मंत्री से भेंट कर राम जन्मभूमि और सीता जन्म भूमि को रेल मार्ग से जोड़ने का निवेदन करेगा. शरद शर्मा ने कहा है कि अयोध्या से सीतामढ़ी की अगर कोई ट्रेन संचालित हो जाएगी तो उससे जानकी भक्त अयोध्या जा सकेंगे और राम भक्त सीतामढ़ी जाकर अपनी श्रद्धा निवेदित कर सकेंगे.
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