भाजपा विधायक दल की बैठक में शामिल होने इंफाल पहुंचे सीतारमण और रिजिजू

इंफाल 20 मार्च (वेदांत समाचार)।  मणिपुर में लगातार दूसरी बार सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी में अगली राज्य सरकार के कार्यभार को लेकर चर्चा जारी है। राज्य के नेतृत्व पर अभी कोई नाम स्पष्ट नहीं किया गया है। इसी कड़ी में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और किरेन रिजिजू आज सुबह (20 मार्च) बीरेन सिंह और बिस्वजीत सिंह के साथ इंफाल पहुंचे।‌ भाजपा मणिपुर की विधायक दल की बैठक दोपहर 3 बजे होने की संभावना जताई गई है।

मणिपुर के अगले मुख्यमंत्री के नाम और सरकार गठन पर चर्चा के लिए भाजपा के केंद्रीय नेताओं द्वारा बैठकें की जा रही है। वहीं बीते सोमवार को, भाजपा संसदीय बोर्ड ने मणिपुर भाजपा विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को केंद्रीय पर्यवेक्षक‌‌ के लिए, जबकि न्याय मंत्री किरेन रिजिजू को सह-पर्यवेक्षक के तौर पर नियुक्त किया था।

कौन-कौन होगा बैठक में शामिल
इस खास बैठक में भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ मणिपुर के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और भाजपा नेता विश्वजीत सिंह भी होंगे जो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ सरकार गठन पर चर्चा करेंगे। सूत्रों के अनुसार बताया गया है कि भाजपा मणिपुर की विधायक दल की बैठक रविवार दोपहर 3 बजे शुरू हो सकती है।

मणिपुर के मुख्यमंत्री पद के लिए एन बीरेन सिंह और विश्वजीत सिंह को सबसे आगे के रूप में देखा जा रहा है। वहीं इन सभी चर्चाओं के बीच, सीएम बीरेन सिंह ने कहा था कि उन्होंने कभी भी सीएम या किसी अन्य पद के लिए चुनाव नहीं लड़ा। वह अपने आप को भाजपा का एक कार्यकर्ता मानते हैं। ‌ उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी भी सीएम या किसी अन्य पद के लिए चुनाव नहीं लड़ा, बल्कि अपनी पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में हुं। निर्णय (मुख्यमंत्री के चेहरे पर) उच्च अधिकारियों द्वारा लिया जाएगा। मैं भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने दिल्ली आया हूं। मुख्यमंत्री हो या कोई मुख्यमंत्री नहीं, मैं वह हूं जिसने पार्टी के हित में काम किया है और आगे भी करता रहूंगा।

वहीं दूसरी तरफ बिस्वजीत सिंह ने भी राज्य के अगले मुख्यमंत्री की दौड़ में उनके बारे में चल रही अटकलों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।

नई दिल्ली में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, बिस्वजीत सिंह ने कहा, ‘मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। हमारा आपस में कोई समूह नहीं है, यह पक्का है। भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है, और नेतृत्व यह (सीएम मुद्दा) तय करेगा। आपको बता दें कि मणिपुर में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 60 सदस्यीय सदन में 32 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया।