पांच राज्यों के चुनाव परिणाम (Election Result) सामने आने के बाद कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) का रवैया सख्त हो गया है। जिन नेताओं पर उन्होंने भरोसा जताया, जिन कांधों पर उन्होंने जिम्मेदारी सौंपी, पांच राज्यों के चुनाव में कोई भी सफल साबित नहीं हुआ। सबसे ज्यादा दुर्गति पंजाब (Punjab) में हुई, जहां पर सत्ता हाथ में होते हुए भी कांग्रेस (Congress) को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। इससे भी बड़ी दुखद घटना यह रही कि पंजाब में कांग्रेस (Congress In Punjab) को सम्मानजनक विपक्ष के लायक भी सीट नहीं मिली।
सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने देश के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर हालात को लेकर समीक्षा की, जिसके बाद उन्होंने सभी पांच राज्यों के प्रमुखों को इस्तीफा (Resignation) देने का फरमान जारी कर दिया था। इस पर पंजाब कांग्रेस (Punjab PCC Chief) के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने अपना इस्तीफा कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को भेज दिया है।
विदित है कि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) को मुख्यमंत्री पद से हटाने की जिद नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की ही थी, दोनों के बीच की तकरार के बाद कांग्रेस आलाकमान ने कैप्टन अमरिंदर (Captain Amrinder) से इस्तीफा ले लिया था, जिसके बाद कैप्टन ने कांग्रेस से ही हाथ खींच लिया और अपनी नई पार्टी गठित कर दी। हालांकि इसका फायदा कैप्टन को भी नहीं मिला और ना ही भाजपा (BJP) को किसी तरह का लाभ हुआ।इसके विपरीत आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणी अकाली दल सहित कैप्टन की पार्टी के तोते जरुर उड़ा दिए और कुल 117 सीटों वाले पंजाब में 92 सीटों की जंबो टीम के साथ सत्ता पर कब्जा कर लिया।
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